Move to Jagran APP

Assam floods: बाढ़ के कारण असम में 57 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 119 की गई जान

असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने जानकारी दी है कि बाढ़ के कारण असम के 30 जिलों में रहने वाले 5775643 लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। वहीं119 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ पीड़ितों के लिए राज्य में कैंप लगाए गए हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 02:57 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 02:57 PM (IST)
Assam floods: बाढ़ के कारण असम में 57 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, 119 की गई जान
असम में बाढ़ से प्रभावित हुए 57 लाख से अधिक लोग (ANI)

दिसपुर, एएनआइ। असम में आई बाढ़ के कारण अभी तक 57 लाख से ज्यादा लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है। असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (Assam State Disaster Management Authority, ASDMA) ने मंगलवार को अपनी दैनिक रिपोर्ट में जानकारी दी है कि बाढ़ के कारण राज्य के 30 जिलों में रह रहे 57 लाख 70 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं।

prime article banner

अथॉरिटी ने कहा, 'बाढ़ के कारण असम के 30 जिलों में रहने वाले 57,75,643 लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।' ASDMA ने आगे कहा कि इसके अलावा अब तक 119 लोग बाढ़ की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। बता दें कि राज्य में स्थिति को देखते हुए बाढ़ पीड़ितों के लिए 627 राहत कैंप बनाए गए हैं जिनमें 1,56,991 लोगों ने शरण ले रखी है।

इसके अलावा राज्य के आठ क्षेत्रों में नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (National Disaster Response Force, NDRF) की टीमें तैनात की गई हैं। वहीं, स्टेट डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (State Disaster Response Force SDRF) की टीमों को 40 विभिन्न क्षेत्रों में तैनात किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सर्किल ऑफिस, सिविल डिफेंस, IWT और स्थानीय लोग राहत कार्यों में लगे हैं। इसके अलावा तकरीबन 390 नावों को सहयता के लिए तैनात किया गया है। बता दें कि पिछले कई हफ्तों से राज्य में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

नागांव में बाढ़ की चपेट में कई गांव 

असम के नागांव जिले के कई गांवों में बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बताया जा रहा है कि बारिश के कारण बोरपानी और कपिली नदियों का जल स्तर बढ़ गया था। बाढ़ का पानी घरों में घुसने के बाद रामपुर और राहा के लोग सड़कों के किनारे बने मकानों की छत(अस्थाई टेंट) तले शरण लेने को मजबूर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.