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देश में अब तक छह फीसद अधिक बारिश लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में 19 फीसद कम बरसात

भारतीय मौसमविज्ञान विभाग ने कहा कि इस मानसून में अब तक सामान्य से छह फीसद ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग की मानें तो इस साल मानसून सामान्‍य रहेगा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 09:29 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 02:38 AM (IST)
देश में अब तक छह फीसद अधिक बारिश लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में 19 फीसद कम बरसात
देश में अब तक छह फीसद अधिक बारिश लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में 19 फीसद कम बरसात

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय मौसमविज्ञान विभाग (आइएमडी) ने रविवार को कहा कि इस मानसून में अब तक सामान्य से छह फीसद ज्यादा बारिश हुई है। लेकिन उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में कम बारिश हुई है। वहीं, लगातार हो रही बारिश से असम में बाढ़ आ गई है। आइएमडी ने जलवायु के हिसाब से देश को चार भागों में विभाजित किया है। इनमें से अब तक दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत और पूर्व व पूर्वोत्तर भारत के भाग में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।

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उत्तर पश्चिम भारत में 19 फीसद कम बरसात

आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक इस साल मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है। मानसून इस साल सामान्य समय पर एक जून को केरल के तट पर पहुंच भी गया था। मौसम विभाग ने जून के महीने में इस साल के मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी किया था। इसमें उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घावधिक औसत (एलपीए) के 107 फीसद बारिस का अनुमान व्यक्त किया गया था। यह क्षेत्र सामान्य से अधिक बरसात की श्रेणी वाले क्षेत्र में आता है।

सामान्य रहेगा मानसून

आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक इस साल मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है। मानसून इस साल सामान्य समय पर एक जून को केरल के तट पर पहुंच भी गया था। मौसम विभाग ने जून के महीने में इस साल के मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी किया था। इसमें उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घावधिक औसत (एलपीए) के 107 फीसद बारिस का अनुमान व्यक्त किया गया था। यह क्षेत्र सामान्य से अधिक बरसात की श्रेणी वाले क्षेत्र में आता है।

क्या है एलपीए?

एलपीए पूरे देश में 1951 से 2000 के बीच वर्षा का औसत है। यह औसत 89 सेंटीमीटर है। एलपीए के 96 से 104 फीसद के बीच को सामान्य मानसूनी बारिश माना जाता है। आइएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अभी तक इस क्षेत्र में कम बरसात हुई है। लेकिन अभी दो महीने का वक्त है। 20 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।

दक्षिण प्रायद्वीप भाग में 17 फीसद ज्यादा बरसात

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण प्रायद्वीप क्षेत्र में अब तक सामान्य से 17 फीसद ज्यादा बरसात रिकॉर्ड की गई है। इस भाग में तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना आते हैं। इनमें से आंध्र प्रदेश में बहुत ज्यादा और तमिलनाडु व तेलंगाना में ज्यादा बरसात हुई है।

मध्य भारत क्षेत्र में 12 फीसद अधिक वर्षा

मध्य भारत क्षेत्र में सामान्य से 12 फीसद बारिस अब तक दर्ज की गई है। इस भाग में गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा आते हैं। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र और गुजरात के कई हिस्सों में भारी बरसात हुई थी।

पूर्व व पूर्वोत्तर भाग में 10 फीसद अधिक बरसात

आइएमडी के पूर्व व पूर्वोत्तर भाग में अब तक सामान्य से 10 फीसद ज्यादा बरसात दर्ज की गई है। इस भाग में बिहार, झारखंड, बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्य आते हैं। इनमें से असम और बिहार में अधिक बारिश हुई है और इन राज्यों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है।


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