65 के हुए मोदी, देश-विदेश से मिलीं बधाइयां
वैसे तो गुरुवार को 65 वर्ष के हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका जन्म दिन आम दिनों की तरह ही रहा। नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर जन्म दिन का बगैर कोई जश्न मनाए वह गुरुवार सुबह से ही सरकारी कामकाज में जुट गए। लेकिन इस अवसर पर देश-विदेश
नई दिल्ली : वैसे तो गुरुवार को 65 वर्ष के हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका जन्म दिन आम दिनों की तरह ही रहा। नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर जन्म दिन का बगैर कोई जश्न मनाए वह गुरुवार सुबह से ही सरकारी कामकाज में जुट गए। लेकिन इस अवसर पर देश-विदेश से उनके लिए जन्म दिन की बधाई का तांता लगा रहा।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनके नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए पीएम को जन्म दिन की बधाई दी। वहीं राजनीतिक विरोधी राहुल गांधी ने सियासी मतभेदों को दरकिनार करते हुए मोदी को जन्म दिन की बधाई दी। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जन्म दिन की बधाई।'
जिन अन्य हस्तियों ने पीएम को बधाई दी, उनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस सांसद शशि थरूर और स्वर कोकिला लता मंगेशकर प्रमुख रहे।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के प्रधानमंत्री दिम्त्री मेदवेदेव और जर्मन चांसलर एंजिला मर्केल ने भी पीएम मोदी को जन्म दिन की बधाई दी। इस पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर इन सभी का आभार प्रकट किया। अपने बधाई संदेश में राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, 'पिछला वर्ष आपके के साथ-साथ देश के लिए काफी उपलब्धियों भरा रहा। यह खास दिन ऐसे समय आया है जब आप हमारे महान देश के प्रधानमंत्री के रूप में पंद्रह महीने से अधिक की अवधि पूरा करने जा रहे हैं।'
इस पर मोदी ने राष्ट्रपति का आभार जताया। उन्होंने कहा, 'प्रिय राष्ट्रपति जी आपकी शुभकामना के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आपके विवेक और विचारों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।'
मोदी की समय-समय पर प्रशंसा को लेकर अपनी पार्टी में निशाने पर चल रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी पीएम को जन्म दिन की बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, 'नरेंद्र मोदी हैपी बर्थडे। भरपूर ऊर्जा और प्रतिबद्धता के साथ देश की सेवा करते रहें। हम आपकी राजनीति का विरोध करते रहेंगे, लेकिन हम आपका सम्मान भी करते हैं।'
इस पर मोदी का जवाब था, 'धन्यवाद डॉ. थरूर। रचनात्मक आलोचना के बगैर लोकतंत्र कहां। बहस एवं चर्चा हमें मजबूत बनाती है।'