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कोरोना वायरस से भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार ने कसी कमर

वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि चीन से आयात प्रभावित होने से जिन उद्योगों पर असर पड़ रहा है उसे दूर करने के लिए कई उपायों पर विचार किया जा रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 11:38 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 11:38 PM (IST)
कोरोना वायरस से भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार ने कसी कमर
कोरोना वायरस से भारतीय अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी सरकार ने कसी कमर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था को मंदी से उबारने में जुटी केंद्र सरकार के सामने चीन के कोरोना वायरस ने नई चिंता पैदा कर दी है। सरकार ने भी इस चुनौती को बेहद गंभीरता से लेना शुरु कर दिया है। मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति ने मौजूदा हालात की समीक्षा की। बुधवार को फिर एक बैठक बुलाई गई है।

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कोरोना के असर पर पीएमओ की भी लगातार नजर

पीएमओ भी पूरी स्थिति पर नजर बनाये हुए है और संभव है कि दो से तीन दिनों के भीतर कई उपायों का ऐलान किया जाएगा।

सीतारमण ने कहा- चीन से आयात प्रभावित होने से उद्योगों पर पड़ रहा असर

वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कि इस सप्ताह चीन से आयात प्रभावित होने से जिन उद्योगों पर असर पड़ रहा है उसे दूर करने के लिए कई उपायों पर विचार किया जा रहा है। हम इस बारे में पीएमओ से भी विमर्श कर रहे हैं। बुधवार को वित्त मंत्रालय के सचिव एवं अन्य मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक की जाएगी। वित्त मंत्री के साथ मंगलवार को हुई बैठक में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के अलावा देश के प्रमुख उद्योग चैंबरों व कारोबारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।

अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाये जा सकते हैं

सरकार ने सीआईआई, फिक्की को यह निर्देश दिया कि वह महामारी के संभावित असर पर रिपोर्ट सरकार को दे। इन रिपोर्टो में स्थिति को लेकर सतर्क किया गया है। वित्त मंत्री ने दो दिन पहले ही यह संकेत दिया था कि बजट के बाद भी अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाये जा सकते हैं।

भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का असर

कोरोना वायरस के असर को लेकर जिस तरह आशंका जताई जा रही है वह माथे पर बल डालता है। यही वजह है कि सरकार पूरी तरह से मुस्तैद हो गई है। सरकार भारतीय मैन्यूफैक्चरर्स के लिए चीन से आने वाले इंटरमीडिएट गुड्स की सप्लाई चेन को किसी भी हाल में प्रभावित नहीं होने देना चाहती है। भारतीय मैन्यूफैक्चरर्स 15.21 फीसदी इंटरमीडिएट गुड्स का आयात चीन से करते हैं। इंटरमीडिएट गुड्स की सप्लाई बाधित होने से भारतीय निर्यात में गिरावट के साथ घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग पर विपरीत असर पड़ सकता है।

चीन के कोरोना वायरस से वित्त मंत्री चिंतित

वित्त मंत्री ने बताया कि चीन के कोरोना वायरस की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था पर कितना असर पड़ेगा, इसका आकलन अभी नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि चीन से सप्लाई चेन बाधित होने की वजह से फिलहाल उत्पादकों की लागत बढ़ने की बात सामने नहीं आई है। मंगलवार को होने वाली बैठक में वित्त सचिव के साथ राजस्व सचिव, सीबीडीटी चेयरमैन भी मौजूद थे।


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