स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने संसद में कहा- देश में कोरोना महामारी का अभी सामुदायिक संक्रमण नहीं
सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि देश में कोरोना महामारी अभी सामुदायिक संक्रमण की स्थिति में नहीं पहुंची है। इसका प्रकोप सीमित क्षेत्रों तक ही है। अभी देश के सिर्फ 10 राज्यों के कुछ जिलों में ही कुल 75 फीसद सक्रिय मामले हैं।
नई दिल्ली, एजेंसियां। सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि देश में कोरोना महामारी अभी सामुदायिक संक्रमण की स्थिति में नहीं पहुंची है। इसका प्रकोप सीमित क्षेत्रों तक ही है। अभी देश के सिर्फ 10 राज्यों के कुछ जिलों में ही कुल 75 फीसद सक्रिय मामले हैं।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा- देश में कोरोना महामारी शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में फैली है
देश में कोरोना के सामुदायिक संक्रमण से संबंधित सवाल के लिखित जवाब में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने लोकसभा को बताया कि भारत में वर्तमान चरण में कोरोना महामारी शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के कई इलाकों में फैली हुई है। उन्होंने कहा किसी भी महामारी का ग्राफ शुरू में ऊपर की तरफ जाता है, फिर चरम पर पहुंचता और फिर नीचे की तरफ आता है।
देश में कोरोना महामारी अभी सीमित क्षेत्रों तक ही पहुंची है
मंत्री ने कहा कि देश के कई जिलों में बड़ी संख्या में संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं, इससे संकेत मिलता है कि उन जिलों में यह महामारी तेजी से फैल रही है, लेकिन अभी सिर्फ 10 राज्यों में ही 75 फीसद सक्रिय मामले हैं, इससे यह भी स्पष्ट होता है कि कोरोना महामारी अभी सीमित क्षेत्रों तक ही पहुंची है। अन्य देशों की तुलना में प्रति 10 लाख आबादी पर मामलों और मौतों का आंकड़ा भारत में सबसे कम है।
कोरोना की प्रवृति कई बार संक्रमित करने की है
अश्विनी चौबी ने कहा कि कोरोना वायरस की प्रवृति कई बार संक्रमित करने की है यानी इसकी कई वेब देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि जिन देशों ने कोरोना संक्रमण पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया था, वहां दोबारा महामारी तेजी से फैलने लगी है। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या सरकार कोरोना की वापसी का सामना करने के लिए तैयार है।
रोज 3.48 करोड़ आरटी-पीसीआर किट का उत्पादन संभव
स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने लोकसभा को बताया कि भारतीय उत्पादक हर महीने 3.48 करोड़ आरटी-पीसीआर किट्स तैयार कर सकते हैं। इसी की वजह से कोरोना का पता लगाने के लिए देश में प्रतिदिन 11.35 लाख से अधिक आरटी-पीसीआर टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने आरटी-पीसीआर किट्स उत्पादन करने के लिए 30 कंपनियों और इसके आयात के लिए 119 कंपनियों को लाइसेंस दिए हैं।
कोरोना के चलते टीबी के कम मामले सामने आए
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सदन को बताया कि कोरोना महामारी का प्रभाव टीबी और एड्स जैसी बीमारियों की रिपोर्टिग पर पड़ा है। जनवरी से अगस्त के दौरान 11.76 लाख टीबी के मामले सामने आए, जबकि पिछले साल इसी दौरान 16.49 लाख से अधिक केस सामने आए थे। इसी तरह एचआइवी काउंसलिंग और जांच केंद्रों पर आने वाले लोगों की संख्या भी कम हुई है।