केरल के मुख्यमंत्री बोले- GST पर संसद में भव्य समारोह गैरजरूरी
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी का लाभ आम नागरिकों को मिले, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने इसे को लम्बी राजनीतिक प्रक्रिया का परिणाम बताया।
तिरुवनंतपुरम (प्रेट्र)। केरल के मुख्यमंत्री पीनारई विजयन ने कहा है कि जीएसटी को लेकर संसद में मध्यरात्रि को हुआ भव्य समारोह का कोई मतलब नहीं बनता था। उन्होंने अपने एक फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि "जबकि जीएसटी देश में कर सुधार की तरफ एक बड़ा कदम है, इसे लागू किये जाने पर ऐसा भव्य समारोह अनावश्यक था।" उन्होंने कहा कि जीएसटी पर लोगों के डर को दूर किया जाए तो बेहतर होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे फायदा आम नागरिकों को मिले, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने जीएसटी को लंबी राजनीतिक प्रक्रिया का परिणाम बताया।
मध्यरात्री समारोह...हमें अभी भी जीएसटी को लेकर काफी लंबा जागरुकता अभियान चलाना है। लोगों को इसके बारे में बताना है, जीएसटी को लेकर उनके मन में उठ रहे सवालों का जवाब देना है। यह बदलाव छोटे और मध्यम वर्ग के उद्योगपतियों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। दूसरी तरफ, कई विशेषज्ञों ने जीएसटी के सॉफ्टवेयर के प्रमाणिकता पर सवाल उठाए हैं।
विजयन ने यह भी कहा कि जीएसटी के लिए हर प्रकार के विचार-विमर्श के लिए केरल तैयार है, साथ ही केरल सरकार जीएसटी के कार्यान्वयन का स्वागत करती है। मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार राज्य हित की रक्षा के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है और राज्य को कर राजस्व में 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।" इस बीच, राज्य के भाजपा अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन ने कहा कि कांग्रेस और वामपंथी दलों ने जीएसटी लॉन्च समारोह से खुद को दूर रखकर अपने राजनीतिक अंधेपन का परिचय दिया है। उन्होंने कहा, "जीएसटी देश में आर्थिक सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। लांच समारोह से कांग्रेस और वाम दलों का बहिष्कार दुर्भाग्यपूर्ण है।"
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