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छत्तीसगढ़ में धान के दाम अधिक मिलने के चलते सक्रिय हुए बिचौलिए, पड़ोसी राज्यों से आया धान जब्त

छत्तीसगढ़ में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जानी है। इसका लाभ बिचौलिए उठाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे बलरामपुर जिले में कड़ी चौकसी के बाद भी पड़ोसी राज्यों से धान पहुंच रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 08:02 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 08:02 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में धान के दाम अधिक मिलने के चलते सक्रिय हुए बिचौलिए, पड़ोसी राज्यों से आया धान जब्त
कड़ी चौकसी के बाद भी पड़ोसी राज्यों से आया 32 सौ बोरी धान।

असीम सेनगुप्ता, अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जानी है। इसका लाभ बिचौलिए उठाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमा से लगे बलरामपुर जिले में कड़ी चौकसी के बाद भी पड़ोसी राज्यों से धान पहुंच रहा है। पिछले एक सप्ताह में जिला व पुलिस प्रशासन ने 32 सौ बोरी धान जब्त किया है। एक-एक बोरी में 40-40 किलो धान है। इनका परिवहन करने वाले पांच ट्रक भी जब्त किए गए हैं।

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दाम अधिक मिलने के कारण सक्रिय हो गए हैं बिचौलिए

यह हाल तब है जब जिले के सीमावर्ती गांवों और अंदरनी मार्गों पर चेक पोस्ट बनाकर कर्मचारियों को तैनात किया गया है। धान लोड चार ट्रकों को झारखंड के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने पर रामानुजगंज में पकड़ा गया है। एक ट्रक धान उत्तर प्रदेश के रास्ते लाया जा रहा था। इसे धनवार चेकपोस्ट पर जब्त किया गया।

पड़ोसी राज्यों का धान रोकने के लिए चेकपोस्ट पर कर्मचारियों की तैनाती

बलरामपुर के कलेक्टर श्याम धावड़े का कहना कि पड़ोसी राज्यों का धान रोकने के इंतजाम किए गए हैं। पिछले खरीफ सीजन की व्यवस्था के अनुरूप इस बार भी चेकपोस्ट लगाकर कर्मचारियों को तैनात किया गया है। समितियों में बिचौलियों का धान न खप सके, इसके लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

किसान, समिति कर्मचारी और बिचौलियों का गठजोड़ 

पड़ोसी राज्यों से धान खपाने का खेल किसान, बिचौलियों और समिति कर्मचारियों के बीच गठजोड़ से चलता है। जिले के किसानों के नाम से ही धान की बिक्री की जाती है और उसे भी कमाई का एक हिस्सा दिया जाता है। चालू खरीफ सीजन में गिरदावरी (धान रोपित रकबा और संभावित उत्पादन की गणना) के कारण बिचौलियों के लिए धान खपाना आसान नहीं है फिर भी कोशिशें जारी हैं।

ये कर रहे बिचौलिए

0 स्थानीय स्तर पर जरूरतमंद किसानों से कम दाम पर खरीद रहे धान।

0 पड़ोसी राज्यों से भी धान की खरीदी कर बलरामपुर जिले में संग्रहित कराने का करते हैं प्रयास।

0 संसाधनों के अभाव में धान की खेती नहीं करने वाले किसानों से जमीन से संबंधित सेटिंग।

0 समिति कर्मचारियों से लगातार संपर्क ताकि बाहरी धान की बिक्री में बाधा न आए।

प्रशासन की मुहिम

0 उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमा पर बेरियर लगाकर निगरानी।

0 गिरदावरी के आंकड़ों के अनुरूप ही धान खरीदी के निर्देश।

0 सभी समितियों की निगरानी के लिए एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती।

0 मुख्य मार्गो के अलावा पड़ोसी राज्यों को जोड़ने वाले अंदरनी मार्गों पर भी चौकसी।


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