Move to Jagran APP

पिछले नौ वर्षों में नक्‍सली हिंसा में मारे गए 3,749 लोग, गृह मंत्रालय ने जारी किया आंकड़ा

Maoists violence in India केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक बीते नौ वर्षों में देश के 10 राज्‍यों में नक्‍सली हिंसा में 3700 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 05:13 PM (IST)Updated: Mon, 28 Oct 2019 05:15 PM (IST)
पिछले नौ वर्षों में नक्‍सली हिंसा में मारे गए 3,749 लोग, गृह मंत्रालय ने जारी किया आंकड़ा
पिछले नौ वर्षों में नक्‍सली हिंसा में मारे गए 3,749 लोग, गृह मंत्रालय ने जारी किया आंकड़ा

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। बीते नौ वर्षों में देश के 10 राज्‍यों में नक्‍सली हिंसा में 3,700 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वाधिक मौतें नक्‍सल प्रभावित राज्‍य छत्‍तीसगढ़ में दर्ज की गई हैं। साल 2018-19 की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सीपीआइ माओवादी ने अकेले 88 फीसद नक्‍सली हिंसा को अंजाम दिया है। साल 2010 के बाद से देश के 10 राज्‍यों में नक्‍सली हिंसा की कुल 10,660 घटनाएं हुई हैं जिनमें 3,749 लोग मारे गए हैं।

loksabha election banner

रिपोर्ट के मुताबिक, नक्‍सली हिंसा से प्रभावित राज्‍यों में छत्‍तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्‍ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्‍य प्रदेश और उत्‍तर प्रदेश शामिल हैं। छत्‍तीसगढ़ में साल 2010 से 2018 के बीच वामपंथी उग्रवाद की 3,769 घटनाएं हुई हैं जिनमें 1,370 लोग मारे गए हैं। बीते नौ वर्षों में झारखंड में नक्‍सल हिंसा की 3,358 घटनाओं में 997 लोगों की मौत हुई है जबकि बिहार में 1,526 नक्‍सली वारदातों में 387 लोग मारे जा चुके हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की नीतियों के परिणामस्‍वरूप नक्‍सली हिंसा में गिरावट दर्ज की गई है। नक्‍सली हिंसा में गिरावट का दौर 2018 में भी जारी रहा। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, सार्थक प्रयासों के कारण नक्‍सली हिंसा में 26.7 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। साल 2013 में नक्‍सल हिंसा की 1,136 घटनाएं सामने आई थीं जो 2018 में घटकर 39.5 फीसद रह गईं।

आंकड़ों के मुताबिक, नक्‍सली हिंसा में ओवर ऑल 26.7 फीसद की कमी दर्ज की गई है। यही नहीं नक्‍सल वारदातों में सुरक्षा बल के जवानों की मौतों में भी 10.7 फीसद की कमी आई है। साल 2013 में नक्‍सल वारदातों में सुरक्षा बल के 75 जवान शहीद हुए जबकि 2018 में 67 ने वीरगति पाई। अकेले छत्‍तीसगढ़ और झारखंड में इसी अवधि के दौरान 71.7 फीसद नक्‍सल हिंसा की घटनाएं हुईं, ज‍िनमें 81.7 मौतें दर्ज की गईं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.