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कस्टम ड्यूटी अदा किए बगैर मेहुल चौकसी ने लाया 1103 किलो सोना

कस्टम विभाग से पता चला कि चौकसी की कंपनियां गीतांजलि प्रा. लि. 750 किलो, गीतांजलि ज्वैलरी लि. 171 किलो, गिली इंडिया लि. 182 व 134 किलो सोना भारत में लेकर आईं।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 16 Feb 2018 09:19 PM (IST)Updated: Sat, 17 Feb 2018 06:53 AM (IST)
कस्टम ड्यूटी अदा किए बगैर मेहुल चौकसी  ने लाया 1103 किलो सोना
कस्टम ड्यूटी अदा किए बगैर मेहुल चौकसी ने लाया 1103 किलो सोना

नई दिल्ली, आइएएनएस। पंजाब नेशनल बैंक के 11 हजार करोड़ रुपये लेकर भागे नीरव मोदी के रिश्तेदार भी गुल खिलाते रहे हैं। उसका मामा मेहुल चौकसी सोनी की तस्करी में संलिप्त रहा है। हालांकि कस्टम विभाग को उसकी करतूत का पता चल गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2012 में उसके खिलाफ आयकर विभाग ने जांच शुरू की थी पर मेहुल चौकसी भागा तो पकड़ में नहीं आया।

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सामाजिक कार्यकर्ता मनोरंजन एस रॉय का कहना है कि उसने कुछ आरटीआइ लगाई थीं, जिनके जवाब में पता चला कि चौकसी की कंपनियां अवैध तौर पर सोना भारत में ला रही थीं। कस्टम विभाग से पता चला कि चौकसी की कंपनियां गीतांजलि प्रा. लि. 750 किलो, गीतांजलि ज्वैलरी लि. 171 किलो, गिली इंडिया लि. 182 व 134 किलो सोना भारत में लेकर आईं। इसकी एवज में कस्टम विभाग को एक पैसे की ड्यूटी का भुगतान नहीं किया गया। रॉय का कहना है कि उसे यह भी पता चला कि रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास उसकी एक कंपनी गीतांजलि ज्वैलरी लि. दर्ज भी नहीं है। इस कंपनी का कोई भी रिकार्ड उसे नहीं मिल सका। बावजूद इसके यह कंपनी 171 किलो सोना देश में अवैध तौर पर लाने में सफल रही।

रॉय का कहना है कि उन्होंने आयकर विभाग के तत्कालीन महानिदेशक को 16 अगस्त 2012 में शिकायत दी थी। उसने मामले में कार्रवाई कराने के लिए काफी मशक्कत की। 2017 में उसने आयकर महानिदेशक मुंबई बीडी विश्नोई से संपर्क साधा। उन्होंने सहयोग किया और कहा कि मामले में संबंधित प्रधान निदेशक पीएस पेनिया से संपर्क करें। पेनिया ने उनसे कहा कि वह वित्त मंत्रालय की स्थानीय यूनिट के संपर्क में रहें। उनका कहना है कि इस मामले को लेकर वह लगातार कोशिशें करता रहा, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी।

कस्टम विभाग के अधिकारी केवल यह कहकर अपना पल्ला झाड़ते रहे कि चौकसी की कंपनी पंजीकृत थी या नहीं इससे उन्हें कई वास्ता नहीं है। उनका मकसद केवल कस्टम ड्यूटी एकत्र करना होता है। रॉय का कहना है कि उन्हें यह नहीं पता कि चौकसी ने जो सोना मंगवाया था वह आयकर विभाग की निगाहों में था भी या नहीं। रॉय का यह भी कहना है कि आरटीआइ के जवाब में कई चौंकाने वाली जानकारी मिली हैं। भारत की तीन दर्जन कंपनियों ने 75 टन सोने का आयात किया पर कस्टम ड्यूटी अदा नहीं की।


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