केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान होगा शुरू
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद राज्य के युवाओं ने खुलकर आतंकी और राष्ट्र विरोधी एजेंडे को ठेंगा दिखाया है।
श्रीनगर, नवीन नवाज। जम्मू-कश्मीर के युवाओं का देश सेवा के प्रति जोश देखते हुए केंद्र सरकार ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। पहले चरण में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में राज्य के करीब दो हजार युवकों को भर्ती किया जाएगा। इसके बाद सीमा सशस्त्र बल, इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आइटीबीपी) और सेंट्रल इंडस्ट्रीज सिक्योरिटी फोर्स (सीआइएसएफ) के लिए भर्ती रैलियां की जाएंगी।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद राज्य के युवाओं ने खुलकर आतंकी और राष्ट्र विरोधी एजेंडे को ठेंगा दिखाया है। आतंकियों की धमकियों के बावजूद हजारों स्थानीय युवा गत दिनों हुई सैन्य भर्ती रैली में शामिल हुए थे। प्रस्तावित भर्ती सिर्फ जम्मू कश्मीर और लद्दाख के योग्य युवाओं के लिए होगी।
भर्ती की रूप रेखा तैयार की जा रही
भर्ती अभियान को शुरू करने के लिए आवश्यक रूप रेखा को तय किया जा रहा है। प्रस्तावित भर्ती में जम्मू कश्मीर और लद्दाख के सीमावर्ती और ग्रामीण इलाकों के अलावा उन शहरों और कस्बों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां के लोगों का केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में प्रतिनिधित्व नाममात्र ही है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि यह भर्ती प्रक्रिया केंद्र सरकार के उस वादे को पूरा करेगी जो रोजगार के नए अवसरों के सृजन से जुड़ा है।
सफल न होने वाले युवाओं का मिलेंगे मौके
पहले चरण में होने वाली भर्ती बीएसएफ और सीआरपीएफ की एक साथ नहीं चलेगी। भर्ती प्रक्रिया के पूरा होने के बाद दूसरी भर्ती शुरूहोगी ताकि जो युवक किसी एक बल में भर्ती होने में विफल रहे हों वे दूसरी भर्ती में अपना भाग्य आजमा सकें।
जम्मू कश्मीर के युवाओं पर आधारित होगी बटालियन
बीएसएफ और सीआरपीएफ जम्मू कश्मीर के युवाओं पर आधारित एक-एक बटालियन तैयार करेंगे। बीएसएफ और सीआरपीएफ के बाद एसएसबी, आइटीबीपी और सीआइएसएफ में भी करीब दो हजार युवाओं को भर्ती करने की योजना है।