गढ़चिरोली में थम नहीं रही नक्सली हिंसा, एक को मारी गोली, बीते दो दिनों में दूसरी वारदात
Maoists Violence in Gadchiroli गढ़चिरोली जिले में नक्सली हिंसा की वारदातें थम नहीं रही हैं। नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने की शक में एक और व्यक्ति की हत्या कर दी है।
गढ़चिरोली, पीटीआई। महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले में नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने की शक में एक और व्यक्ति की हत्या कर दी है। पिछले दो दिनों में इस इलाके में नक्सलियों द्वारा अंजाम दी गई यह दूसरी वारदात है। मारे गए शख्स का नाम सुधीर सरकार है, जिसे एटापल्ली तहसील के बंदे गांव से नक्सलियों ने रविवार शाम को अगवा कर लिया था। सुधीर का शव गांव के नजदीक ही जंगल से देर रात बरामद किया गया।
इससे पहले नक्सलियों ने शनिवार को मरधर गांव में चल रहे एक शादी समारोह से एक व्यक्ति को अगवा कर लिया था। इस व्यक्ति की लाश भी गांव के समीप पाई गई थी। मारा गया व्यक्ति भामरगढ़ में नैरवाड़ी का निवासी था। नक्सलियों को इस व्यक्ति पर भी पुलिस का मुखबिर होने का संदेह था। जनवरी में एक अलग घटना में नक्सलियों ने मुखबिरी करने के शक में छह लोगों की हत्या कर दी थी।
गढ़चिरौली में ही पहली मई को नक्सलियों ने पुलिस वाहन को निशाना बनाकर एक IED ब्लास्ट किया था। इस हमले में सी-60 फोर्स के 15 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए थे। यह हमला कुरखेड़ा तहसील के जामभुरखेड़ा गांव में हुआ था। हमले के वक्त महाराष्ट्र पुलिस के सी-60 कमांडो दो निजी बस में सवार होकर कोरसी की ओर जा रहे थे। कोरसी, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की सीमा से लगा इलाका है।
इस वारदात की एफआइआर में पुलिस ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के शीर्ष नेताओं सहित कम से कम 120 अन्य को नामजद किया है। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच अगले दो दिनों में पूरी हो जाएगी। घटना के बाद कुरखेड़ा के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) शैलेश काले को अवकाश पर भेज दिया गया है। इस हमले की जांच के लिए कई जांच दलों का गठन किया गया है।
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