लेह में शीतदंश से पीड़ित छह पर्यटकों को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया
छह गंभीर रूप से बीमार पर्यटक जो शीतदंश और एचएपीओ के प्रभाव से पीड़ित थे को हेलिकॉप्टरों से लेह में सेना की चिकित्सा सुविधा के लिए भेजा गया।
श्रीनगर, एएनआइ। छह गंभीर रूप से बीमार पर्यटक जो शीतदंश और हाई एल्टीट्यूड पल्मोनरी ओडेमा (एचएपीओ) के प्रभाव से पीड़ित थे, को हेलिकॉप्टरों से लेह में सेना की चिकित्सा सुविधा के लिए भेजा गया। यह जानकारी भारतीय सेना ने दी। उनका कहना है कि लद्दाख में जमी हुई जंस्कर नदी पर वार्षिक 'चद्दर ट्रेक' के दौरान खराब मौसम में फंसे पर्यटकों के एक समूह को बचाने के लिए फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने बचाव के लिए प्रयास शुरू किया गया।
Indian Army: Six seriously ill tourists who were suffering from effects of frostbite and High Altitude Pulmonary Odema (HAPO) were evacuated by the helicopters to the Army medical facility in Leh. https://t.co/vXYaXyI3NQ" rel="nofollow pic.twitter.com/PTdZD5wCpR
— ANI (@ANI) January 14, 2020
गुजरात के 160 लोगों को निकाला गया
दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में भारी बर्फबारी के कारण फंसे गुजरात के 160 लोगों के लिए पुलिस मसीहा बनकर आई। पुलिस ने अभियान चलाकर सभी लोगों को सुरक्षित निकाल उन्हें मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए भेज दिया।
हिमस्खलन में पांच जवान शहीद समेत छह नागरिकों की मौत
ज्ञात रहे कि पिछले 24 घंटों के दौरान कश्मीर के विभिन्न इलाकों में हुए हिमस्खलन में पांच जवान शहीद समेत छह नागरिकों की मौत हो गई। शहीद होने वालों में चार सेना के जवान, एक बीएसएफ का जवान शामिल हैं। अभी भी तीन सैनिक लापता हैं। उनकी तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है।
पुलिस के अनुसार गत सोमवार देर शाम जिला कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा से सटे मच्छल सेक्टर में सीमा की सुरक्षा में तैनात पांच जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए। एसपी कुपवाड़ा श्रीराम अंबरकर ने बताया कि सूचना मिलते ही बचाव दल वहां पहुंच गया। पांचों जवानों को कड़ी मशक्कत के बाद बर्फ से निकाला गया परंतु उनमें से चार जवानों ने दम तोड़ दिया जबकि पांचवें को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जबकि शहीद जवानों के पार्थिव कुपवाड़ा सैन्य शिविर पहुंचा दिए गए हैं।
16 लोगों को बचाया गया, पांच की मौत
गांदरबल में भी दो अलग-अलग जगह हुए हिमस्खलन में 16 लोगों को बचाया गया, जबकि यहां पांच लोगों की मौत हो गर्इ है। एसएसपी गांदरबल केएम पोसवाल ने बताया कि पहला हिमस्खलन कुल्लर से नजदीक राइसन इलाके में हुआ। समय रहते बचाव दल के यहां पहुंचने से 12 लोगों की जाने बचा ली गइ। दूसरा हिमस्खलन कुल्लन के ही खास इलाके में हुआ। यहां सोमवार रात को बर्फ का पहाड़ खिसक जाने से नौ लोग उसकी चपेट में आ गए।
स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे सेना के जवानों ने बर्फ में दबे लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया। चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया परंतु पांच लोगों की बर्फ में दबने से मौत हो गई। सभी शवों को बरामद कर लिया गया है। यही नहीं बांडीपोरा के गुरेज इलाके के पुराना तुलेल में हुए हिमस्खलन में भी एक नागरिक की मौत जबकि तीन लोग घायल हो गए।
दरअसल, ये लोग अपने घर में थे जब हिमस्खलन के दौरान इनका घर बर्फ में ढह गया और ये लोग मलवे में दब गए। घायलों का इलाज उपजिला अस्पताल में चल रहा है।