ट्विटर: ममता खाप की ब्रांड एंबेसडर
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए जो टिप्पणी की गई थी, उस पर सोशल नेटवर्किग साइट ंिट्वटर पर लोगों ने ममता को खाप पंचायत का ब्रांड एंबसेडर करार दे दिया है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराते हुए जो टिप्पणी की गई थी, उस पर सोशल नेटवर्किग साइट ंिट्वटर पर लोगों ने ममता को खाप पंचायत का ब्रांड एंबेसडर करार दे दिया है।
इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला ने ट्वीट किया है कि ममता ने बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर जो टिप्पणी की है, उससे तो उन्हें आने वाले दिनों में खाप पंचायत का ब्रांड एंबेसडर बना दिया जाना चाहिए। किसी ने तो यह तक लिख डाला कि ममता खबरों के माहौल को गंदा कर रही है। वहीं जय मेहता ने लिखा है कि ममता को इंडियाज गॉट टैलेंट के शो में हिस्सा लेना चाहिए। किसी ने लिखा है कि क्योंकि उनकी उम्र हो रही है इसलिए उनकी गलतफहमी भी बढ़ती जा रही है। वहीं किसी ने तो यह भी लिखा है कि वह निराश हो चुकी है, पुरुषों का हाथ पकड़ने के अलावा और अब उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है। सीमा गोस्वामी ने लिखा कि अब खाप पंचायत के सदस्य काफी खुश होंगे क्योंकि उन्हें उनकी खोई बहन मिल गई है। दूसरी ओर किसी ने लिखा कि ममता बनर्जी का जन्म तभी संभव हो पाया है जब उनके माता-पिता ने आजादी से इंटरेक्ट किया था।
गौरतलब है कि ममता ने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया इस तरह की खबरों को इस ढंग से पेश कर रहा है, जैसे पश्चिम बंगाल दुष्कर्मियों से ही भरा हुआ है। ममता ने बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं के लिए अभिभावकों की सोच को भी जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि इस तरह की नकारात्मक पत्रकारिता को राज्य की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की वारदातों और इससे संबंधित खबरों से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बौखला गई हैं। इसी बौखलाहट में उन्होंने मीडिया को चेतावनी भरे अंदाज में एक विवादित बयान भी दे डाला। उन्होंने दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के लिए कहीं न कहीं अभिभावकों को भी अपने निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि सब कुछ खुले में हो रहा है। मां-बाप अपनी बेटी को किसी भी लड़के के साथ देखकर चुप रहते हैं, महिला और पुरुषों में बात करने की खुली छूट है, मां-बाप इस बात को नजरअंदाज करते हुए इसकी छूट देते हैं। इसकी वजह से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने अपने इस बयान में लोगों की खुली सोच पर ही सवालिया निशान लगा दिया।
उन्होंने मीडिया पर दुष्कर्म की खबरों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का भी आरोप लगाया और इससे बचने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मीडिया इस तरह की खबरों को बढ़ावा देकर राज्य की नकारात्मक छवि को पेश कर रहा है। इसको राज्य की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने इसको नकारात्मक पत्रकारिता बताया और इससे बचने की हिदायत भी मीडिया को दे डाली।
ममता ने मीडिया पर यह कहते हुए भी निशाना साधा कि मीडिया अपने फायदे के लिए भी कई बातों को गढ़ता है। उन्होंने दुष्कर्म की खबरों को दिखाने के लिए इसे मीडिया की दादागिरी तक करार दे डाला। उन्होंने कहा कि जो लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं वह जरा राजनीति में आकर देखें और सरकार चलाकर दिखाएं, तब उन्हें इसकी परेशानियों का पता चलेगा। ममता ने कहा कि मीडिया राज्य सरकार की सकारात्मक चीजों को जनता के सामने नहीं रखता है। उन्होंने मीडिया पर बंगाल के कल्चर को खत्म करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है।
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