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मालाबार नौसेना अभ्यास का पहला चरण संपन्न, 17-20 से अरब सागर में दूसरा चरण

मालाबार 2020 के 24वें संस्करण का दूसरा चरण 17-20 नवंबर तक अरब सागर में चलेगा। इसमें भारत अमेरिका जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाएं भाग ले रही हैं। इस अभ्यास की शुरुआत वर्ष 1992 में भारतीय व अमेरिकी नौसेना ने हिंद महासागर में संयुक्त अभ्यास से की थी।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 10:49 AM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 10:49 AM (IST)
मालाबार नौसेना अभ्यास का पहला चरण संपन्न, 17-20 से अरब सागर में दूसरा चरण
1992 में हुई थी मालाबार नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत।

नई दिल्ली, एएनआइ। चार देशों के संयुक्त नौसेना अभ्यास मालाबार 2020 (Malabar naval exercise 2020) के 24वें संस्करण का पहला चरण शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में संपन्न हो गया। तीन नंवबर से शुरू हुए इस संयुक्त अभ्यास में भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाएं भाग ले रही हैं। यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहले चरण का अभ्यास भारतीय नौसेना की ईस्टर्न फ्लीट के रियर एडमिरल संजय वात्स्यायन के नेतृत्व में की गई। इसका दूसरा चरण 17-20 नवंबर तक अरब सागर में चलेगा।

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मालाबार नौसैनिक अभ्यास की शुरुआत वर्ष 1992 में भारतीय व अमेरिकी नौसेना ने हिंद महासागर में संयुक्त अभ्यास से की थी। जापान वर्ष 2015 में शामिल हुआ था। आस्ट्रेलिया 2007 के बाद इसमें भाग ले रहा है। 10 वर्षो से ज्यादा समय के अंतराल में यह पहला मौका है जब चार देश इसमें हिस्सा ले रहे हैं।

तीन नंवबर से शुरू हुआ अभ्यास का पहला चरण 6 नवंबर को खत्म हो गया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना अपने डेस्ट्रॉयर रणविजय, फ्रिगेट शिवालिक, ऑफशोर पेट्रोल वेसल सुकन्या, फ्लीट सपोर्ट शिप शक्ति और सबमरीन सिंधुराज के साथ भाग लिया। जबकि अमेरिकी नौसेना ने गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर यूएसएस जॉन एस मैक्केन, ऑस्ट्रेलियाई नौसेना ने एमएच-60 हेलीकॉप्टर के साथ लॉन्ग रेंज फ्रिगेट बालाराट तथा जापानी नौसेना ने डेस्ट्रॉयर ओनामी को अभ्यास में उतारा है।

बता दें कि लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन में जारी तनातनी को बीच मालाबार अभ्यास से चीन चिढ़ा हुआ है। दोनों देशों के बीच बीते 6 महीनों से बातचीत का दौर चल रहा है, लेकिन इसका कोई नतीजा देखने को नहीं मिला है। वहीं, बाकी देशों का भी चीन के साथ विवाद चल रहा है। चीन की चिंता की एक वजह ऑस्ट्रेलिया भी है जो उसकी अपत्तियों को दरकिनार कर इस संयुक्त अभ्यास में हिस्सा ले रहा है।


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