तवांग को अरुणाचल प्रदेश में शामिल कराने वाले मेजर खातिंग को पहली बार किया गया सम्मानित
तवांग को अरुणाचल प्रदेश में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाने वाले मेजर रालेंग्नाओ बॉब खातिंग को पहली बार सम्मानित किया गया। उनके नाम पर यहां एक स्मारक की आधारशिला रखी गई। रिजिजू ने कहा कि तवांग के इस हीरो का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
तवांग, प्रेट्र। तवांग को अरुणाचल प्रदेश में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाने वाले मेजर रालेंग्नाओ बॉब खातिंग को पहली बार सम्मानित किया गया। उनके नाम पर यहां एक स्मारक की आधारशिला रखी गई। इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) बीडी मिश्रा, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और खातिंग के परिजन भी मौजूद रहे। पूर्व के नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (अब अरुणाचल प्रदेश) के राजनीतिक सहायक रहते हुए खातिंग ने पिछली शताब्दी के पांचवें दशक में तवांग को भारतीय संघ में शामिल कराने के लिए असम के तत्कालीन राज्यपाल जयरामदास दौलतराम की सीधी निगरानी में एक बहुत बड़ा ऑपरेशन चलाया था। रिजिजू ने कहा कि तवांग के इस हीरो का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इतने वर्षों तक उपेक्षित किए गए खातिंग को अब उचित पहचान मिली है।
अरुणाचल में जंगल की आग बुझाने में सेना ने की मदद
अनिनि : अरुणाचल प्रदेश के अनिनि जिले में जंगल की आग बुझाने में स्पीयर कोर के जवानों ने नागरिक प्रशासन की मदद की है। जिले के कोयलाबस्ती जंगल में 11 फरवरी की शाम आग लग गई थी। तेजी से फैली आग पर काबू पाने के लिए स्पीयर कोर के जवानों को लगाया गया। सेना और स्थानीय प्रशासन करीब 11 घंटों की मशक्कत से आग बुझा सका। सेना के समय पर हस्तक्षेप से जानमाल का बड़ा नुकसान होने से बच गया। नागरिक प्रशासन ने सेना के काम की सराहना की है।