महाराष्ट्र : समुद्र में फंसे चार मछुआरों को 50 घंटे बाद बचाया गया, पालघर तट के पास हुई घटना
महाराष्ट्र के पालघर तट के पास समुद्र में फंसे चार मछुआरों को करीब 50 घंटे बाद बचाया गया। चार मछुआरे अग्निमाता नामक नौका से गुरुवार सुबह छह बजे निकले थे। उन्हें शाम तक लौटना था लेकिन जब वे नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू की गई।
पालघर, प्रेट्र। पालघर तट के निकट समुद्र में फंसे चार मछुआरों को करीब 50 घंटे बाद बचा लिया गया है। वे मछली पकड़ने वाली अपनी नौका के इंजन में गड़बड़ी तथा खराब मौसम के कारण समुद्र में फंस गए थे। पालघर के पुलिस अधीक्षक दत्तात्रय शिंदे ने बताया कि चार मछुआरे 'अग्निमाता' नामक नौका से गुरुवार सुबह छह बजे निकले थे। उन्हें उसी दिन शाम छह बजे तक लौट आना था, लेकिन उनके नहीं लौटने पर स्वजनों की रिपोर्ट पर सर्च आपरेशन चलाया गया।
नजदीकी गांव से दो नौकाएं उनकी तलाश में भेजी गईं, लेकिन उनके प्रयास नाकामयाब रहे। हालांकि समुद्र से एक अन्य नौका से सूचना मिली थी कि उक्त मछुआरों की नौका के इंजन में खराबी आ गई है और तेज हवाओं के कारण फंस गई है। नौका पर न तो वायरलेस सेट था और न ही मछुआरों के पास मोबाइल फोन था, इसलिए उन्हें तलाशने में परेशानी आ रही थी। इसके बाद महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड, कोस्ट गार्ड, नौसेना, मुंबई पुलिस तथा गुजरात की एजेंसियों से संपर्क किया गया। शनिवार सुबह छह बजे नए सिरे से तलाशी अभियान शुरू हुआ और आखिरकार 10 बजे 'अग्निमाता' को खोज लिया गया। चारों मछआरे सतपती गांव के थे और स्वस्थ हैं।
आटोरिक्शा ने महाराष्ट्र ट्रैफिक पुलिस को सड़क पर घसीटा
महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी को एक आटोरिक्शा चालक ने सड़क पर काफी दूर तक घसीटा। पुलिसकर्मी ने वाहन की क्षमता से ज्यादा सवारी होने के कारण चालक को रोका था। यह घटना गुरुवार दोपहर जालना रोड पर हुई। इसमें पुलिसकर्मी हसीमुद्दीन शेख का दाहिना पैर चोटिल हो गया। आरोपित चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, 'मान्य से ज्यादा संख्या में यात्रियों को ले जा रहे आटोरिक्शा को जिस समय शेख ने रोका था, उस समय वह हाई कोर्ट सिग्नल पर तैनात थे।'