मध्य प्रदेश : एक दिन में बाघ ने किए दो हमले, एक ग्रामीण की मौत और वनरक्षक घायल
केलझिरी बीट के जंगल में 42 वर्षीय रतन पिता चंपालाल कोरकू 35 वर्षीय मनोहर पिता लक्ष्मण और 25 वर्षीय रामजीवन गए थे। करीब 9 बजे बाघ ने रतन पर हमला कर दिया। रतन के चिल्लाने पर मनोहर और रामजीवन भी पहुंचे तब तक रतन की मौत हो चुकी थी।
हरदा/रहटगांव, जेएनएन। जिले के रहटगांव रेंज की केलझिरी बीट के जंगल में सोमवार को बाघ ने दो बार हमले किए। पहले हमले में एक ग्रामीण को शिकार बनाया, उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरा हमला वन विभाग की टीम पर किया। इसमें वनरक्षक हरिओम जगनवार गंभीर घायल हो गया। उसे भोपाल रेफर किया गया। उधर, ग्रामीण द्वारा किए हमले में बाघ भी घायल हो गया है, उसके सिर पर धारदार हथियार का घाव है। उसे रेस्क्यू करने के लिए भोपाल से वन विभाग की टीम बुलाई गई है।
सोमवार सुबह करीब 8 बजे केलझिरी बीट के जंगल में केलझिरी निवासी 42 वर्षीय रतन पिता चंपालाल कोरकू, 35 वर्षीय मनोहर पिता लक्ष्मण और 25 वर्षीय रामजीवन गए थे। करीब 9 बजे बाघ ने रतन पर हमला कर दिया। रतन के चिल्लाने पर मनोहर और रामजीवन भी पहुंचे, तब तक रतन की मौत हो चुकी थी। डिप्टी रेंजर कमल सिंह चौहान ने बताया कि जब जंगल में बाघ को तलाश रहे थे, तभी उसने वनरक्षक हरिओम जगनवार पर हमला कर दिया। बाघ ने उसका पैर पकड़ लिया था। टीम के लोगों ने बाघ पर वार कर वनरक्षक को छुड़ा लिया। बाघ के सिर पर धारदार हथियार का घाव है। उसे रेस्क्यू करने के लिए भोपाल से टीम बुलाई गई है।