मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का कोरोना टेस्ट निकला पॉजिटिव, लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में हुए थे शामिल
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया है। मंगलवार को वह लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला है, जिसके बाद उन्हें भोपाल के चिरायु मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंत्री ने एक दिन पहले कैबिनेट की बैठक में भाग लिया था और मंगलवार को मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी लखनऊ में हुए इस अंतिम संस्कार में उपस्थित थे। बता दें कि चीन के वुहान से फैले इस वायरस से कई देशों के नेता, अधिकारी और प्रधानमंत्री तक संक्रमित हो चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, उनमें कोरोना वायरस संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं लेकिन उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब उनके संपर्क में आए सभी लोगों को एहतियातन क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में अब कुल 24,095 मामले दर्ज हुए है। जिनमें से 7,082 एक्टिव मामले हैं और 16,257 मरीज ठीक हो चुके हैं। अबतक राज्य से COVID-19 की वजह से 756 मौतें हुई हैं। बता दें कि देश में इस वक्त अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन कई राज्यों और शहरों में फिर से लॉकडाउन की वापसी हुई है।
इसमें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल भी शामिल है। यहां पर सरकार ने 24 जुलाई से रात 8 बजे से 10 दिन तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। यानी इस बकरीद और रक्षाबंधन यहां पर लॉकडाउन रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी जानकारी दी। इस दस दिन के लॉकडाउन में दवाइयां, दूध, सब्जी, राशन की दुकानें खुली रहेंगी। बाकी सब कुछ बंद रहेगा।
देश में कोरोना वायरस के अबतक 12 लाख के पार मामले दर्ज हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में 45,720 नए मामले और सबसे ज्यादा 1129 लोगों की मौत दर्ज हुई है। देश में इस वक्त महाराष्ट्र, तमिलनाडु और देश की राजधानी दिल्ली सबसे ज्यादा संक्रमित राज्य है। महाराष्ट्र में अबतक 3 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं जबकि तमिलनाडु में संक्रमितों की संख्या 2 लाख पार गई है। प्रत्येक दिन देश में आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।