मध्य प्रदेश : चुनाव आते ही फिर बेरोजगारों को भ्रमित कर रही सरकार, कांग्रेस का आरोप
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारों को भ्रमित कर रही है।
भोपाल, जेएनएन। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने मध्य प्रदेश के युवाओं को 100 फीसद रोजगार देने की भावना को ठीक तो बताया है, लेकिन प्रदेश के बाहर के बेरोजगारों को नौकरी नहीं देने की घोषणा को चुनावी राजनीति करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारों को भ्रमित कर रही है। इसी तरह की घोषणा विधानसभा चुनाव-2018 के पहले की गई थी, जिसमें प्रदेश के बाहर के नौजवानों को मप्र में रोजगार पाने से रोकने के लिए आयु सीमा घटाई थी और अदालत ने इसे खारिज कर दिया था।
वर्मा ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार अगर वास्तव में प्रदेश के बाहर के बेरोजगारों को मध्य प्रदेश में नौकरी से रोकना चाहती है तो पहले कानूनी प्रावधान करे। भारत के संविधान में यह व्यवस्था है कि देश के किसी भी नागरिक को किसी भी हिस्से में नौकरी या रहने से नहीं रोका जा सकता। वर्मा ने कहा कि भाजपा की शिवराज सरकार उपचुनाव को देखकर केवल चुनावी घोषणाएं करने में जुटी है। वर्मा ने कहा कि अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर प्रदेश के 70 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक सरकार के विरोध में प्रदर्शन तथा आंदोलन कर रहे हैं।
अब सिंधिया कहा हैं
पूर्व मंत्री वर्मा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को याद दिलाया कि उन्होंने पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार को अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण व वेतन के मुद्दे पर सड़क पर उतरने की चेतावनी दी थी, अब वे कहां हैं। वर्मा ने इंदौर के प्रायारिटी कॉरिडोर को छह हजार करोड़ रुपये के घोटाले की योजना बताया और आरोप लगाया कि अफसरों व भू-माफियाओं ने यहां हजारों एकड़ जमीन खरीद ली है, जिन्हें परियोजना से लाभ होगा।
वहीं, इससे पहले सरकारी नौकरी में मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए 100 फीसद आरक्षण की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा को भाजपा ने ऐतिहासिक बताया था। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा था कि पार्टी इस फैसले का स्वागत करती है।