मध्य प्रदेश: कोविड-19 वैक्सीन आने से पहले की तैयारियों में जुटा शासन, तैयार हो रहा डेटा बेस
जानकारी के अनुसार राज्य स्तर पर अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) द्वारा वैक्सीन के रखरखाव परिवहन उपकरण आदि बिंदुओं पर समीक्षा की जा चुकी है। साथ ही इस मामले में तैयारियों की जानकारी अधिकारियों से उपलब्ध कराने को कहा है।
भोपाल, जेएनएन। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश सरकार भी कोविड-19 के वैक्सीनेशन की तैयारियों में जुटी है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों (कोरोना योद्धा) और हाइरिस्क ग्रुप हितग्राहियों का डेटा बेस तैयार किया जाना है। इसके लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से अधिकारियों-कर्मचारियों का प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि जल्द ही शासकीय अस्पतालों (स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा, पुलिस, गैस राहत, नगर निगम आदि) एवं क्लीनिकल स्टेबलिशमेंट एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत सभी क्लीनिक, अस्पताल, नर्सिग होम आदि में कार्यरत चिकित्सक एवं स्टाफ का फोटो, पहचान पत्र एवं मोबाइल नंबर प्रारूप में दर्ज किया जाएगा, ताकि वैक्सीन लगाए जाने की स्थिति में उन्हें समय व स्थान की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जा सके। कोविड-19 वैक्सीन के प्रत्येक हितग्राही को एक माह के अंतराल से दो बार टीके लगाने की योजना है।
हो चुकी है समीक्षा
जानकारी के अनुसार, राज्य स्तर पर अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) द्वारा वैक्सीन के रखरखाव, परिवहन, उपकरण आदि बिंदुओं पर समीक्षा की जा चुकी है। साथ ही इस मामले में तैयारियों की जानकारी अधिकारियों से उपलब्ध कराने को कहा है। मालूम हो, केंद्र सरकार द्वारा मिशन हेल्थ संचालक (नेशनल हेल्थ मिशन) को राज्य स्तरीय कोविड टीकाकरण हेतु राज्य नोडल अधिकारी के रूप में चिन्हित किया गया है। जिला स्तर पर कलेक्टरों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।