मध्य प्रदेश: 90 विशेषज्ञों ने किया पक्षियों का सर्वे, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में मिले कई देशों के पक्षी
सात और आठ फरवरी को सुबह एवं शाम के समय पक्षियों का सर्वे किया। पक्षी विशेषज्ञों को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने प्रमाण पत्र भी दिए।
सोहागपुर (होशंगाबाद), जेएनएन। मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पर्यटन केंद्र मढ़ई में देश के 11 राज्यों व अमेरिका से आए हुए 90 पक्षी विशेषज्ञों ने दो दिन तक बर्ड सर्वे किया। इस दौरान विशेषज्ञों ने पक्षियों की फोटो लेकर उनकी पहचान की और अपने रिकॉर्ड में शामिल किया।
टाइगर रिजर्व प्रबंधन और वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजर्वेसी इंदौर के सहयोग से हुए इस सर्वे के लिए विशेषज्ञ छह फरवरी को मढ़ई पहुंच गए थे। सात और आठ फरवरी को सुबह एवं शाम के समय पक्षियों का सर्वे किया। पक्षी विशेषज्ञों को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने प्रमाण पत्र भी दिए। कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, छत्तीसगढ़, बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश व अमेरिका के कैलिफोर्निया व शिकागो के विशेषज्ञ शामिल थे।
यह पक्षी देखे गए
सतपुड़ा की वादियों में विशेषज्ञों ने स्पॉटेड क्रीपर, कॉमन हाउस मार्टिन, ग्रेबुश चेट, ऑरेंज हेडेड, थार्ट्स, ब्लैक ईगल, रेड स्पार फेल, ब्राउन चिक, फु लगट्टा, ऑरेंज ब्रस्टेड डब, रेड शेल डक, बार हेडेड गीज सहित अन्य पक्षियों को भी देखा गया है।
250 प्रजातियों को रिकॉर्ड बनेगा
छत्तीसगढ़ से आए हकीमुद्दीन सैफी ने बताया कि इस बार सतपुड़ा में 250 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां होने का रिकॉर्ड बनेगा।
इन स्थानों पर किया सर्वे
वाइल्ड लाइफ एंड नेचर कंजर्वेसी के सुरेंद्र बागरा, राजेश मंगल एवं डॉक्टर पल्लवी वझे ने बताया कि पक्षियों के सर्वे के लिए जिन स्थानों का चयन किया गया, उनमें बदकछार, नीमधान, मन कछार, मुआर, रोरीघाट, पचमढ़ी, बोरी, मल्लूपुरा, सकोट, कपिल धारा, चूरना, धाइ, पोडार, पर्रासपानी, बरदेनवा, मटकु ली, लगदा, पट्टन, खरेर, ढावा, आड़ी देनवा, जहरघाट, पनारा, सिंगपुरा, परसापानी, जमानीदेव, विवेका, खापा, मढ़ई, कुकरा, सियारखेड़ा आदि शामिल हैं।