छत्तीसगढ़ की सियासत में भगवान राम पर रार बरकरार, पढ़े पूरी खबर
छत्तीसगढ़ की सियासत में भगवान राम पर रार रुकने का नाम नहीं ले रही है। राम पहले कांग्रेसी और भाजपाई हुए फिर माता कौशल्या के जन्मस्थान को लेकर विवाद हुआ मगर अब नया विवाद भूपेश सरकार में मंत्री ताम्रध्वज साहू के बयान पर हुआ है।
रायपुर, ब्यूरो। छत्तीसगढ़ की सियासत में भगवान राम पर रार रुकने का नाम नहीं ले रही है। राम पहले कांग्रेसी और भाजपाई हुए, फिर माता कौशल्या के जन्मस्थान को लेकर विवाद हुआ, मगर अब नया विवाद भूपेश सरकार में मंत्री ताम्रध्वज साहू के बयान पर हुआ है। साहू ने कहा कि भाजपा नेताओं के आंगन में मंदिर नजर नहीं आते, लेकिन कांग्रेसियों के हर घर में मंदिर होता है। सरकार के दो साल पूरे होने पर चंदखुरी में कौशल्या माता मंदिर से ताम्रध्वज ने कहा था कि राम किसके हैं और राम को मानने वाले कौन हैं, यह पता चल जाएगा। ताम्रध्वज के बयान पर पूर्व मंत्री व भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए अपने घर में बने हनुमान मंदिर में पूजा करते की तस्वीर पोस्ट की। साथ ही यह भी लिखा कि मेरे आंगन में ताम्रध्वज साहू का स्वागत है।बृजमोहन की इस पोस्ट के बाद उनके समर्थकों ने ताम्रध्वज को जमकर घेरा।
समर्थकों ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर जमकर कमेंट किए। एक समर्थक प्रवीण धीवर ने कहा, एक बार राहुल गांधी के आंगन को देख लेते साहू जी, वहां मंदिर है या चर्च, पता चल जाता। लव यदु ने कहा कि ताम्रध्वज साहू भी राहुल गांधी से कम नहीं हैं। किशोर यादव ने कहा कि झूठ पकड़ा गया। याद करके बोलने का यही हाल होता है। अजय शर्मा ने छत्तीसगढ़ की स्थानीय भाषा में कमेंट किया-छाती ल चीर देखाये, ओमा सीताराम हे।
बृजमोहन के अंगना बिराजे राम भक्त हनुमान हे। बृजमोहन भइया के नेवता हे मंत्री जी, शनिवार आय हनुमान आराधना बर पधारव। दरसअल, पिछले एक पखवाड़े से छत्तीसगढ़ की राजनीति में राम का नाम छाया हुआ है। कोई विरोध करता है, तो कोई समर्थन करता है। रमन ने किया चंद्राकर के कौशल्या वाले बयान का समर्थनपूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने माता कौशल्या के जन्मस्थान को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने जन्मस्थान चंदखुरी की जगह कहीं और होने की बात कही है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा में रमन ने कहा कि अजय चंद्राकर विद्वान हैं और जो बोलते हैं, सोच-समझकर बोलते हैं। कांग्रेस नेताओं को उनसे संपर्क करके माता कौशल्या के बारे में जानकारी लेनी चाहिए। कांग्रेस के किसी भी नेता ने आधिकारिक रूप से चंद्राकर की बात का खंडन नहीं किया है। अजय साक्ष्य के साथ चर्चा के लिए तैयार हैं। अगर किसी को शंका है, तो एक-एक कर चर्चा कर सकते हैं।