यूपी और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में टिड्डियों ने फिर बोला हमला, बिहार तक आतंक
हवाओं के बदले रुख के साथ टिड्डी दल देश के कई दूसरे राज्यों में एक बार फिर दस्तक दे दिया है। मध्य प्रदेश यूपी के साथ अब बिहार के कई इलाकों में टिड्डियों ने धावा बोला है...
नई दिल्ली, जेएनएन। हवाओं के बदले रुख के साथ ही टिड्डी दल गुरुवार को कई राज्यों में एक बार फिर दस्तक दे चुका है। मध्य प्रदेश के सतना के रास्ते उत्तर प्रदेश के सोनभद्र एवं प्रयागराज में दल ने दस्तक देकर कृषि रक्षा अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। ऐसे में लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। कृषि अधिकारियों का दावा है कि हवा के रुख में अचानक बदलाव होने से प्रयागराज के चाका, करछना, जसरा, शंकरगढ़, धनुपुर एवं हंडिया विकासखंड में टिड्डियों का झुंड नजर आने से हड़कंप मचा हुआ है।
फिर कीटनाशकों के छिड़काव की तैयारी
केंद्रीय कीटनाशी दल और क्षेत्रीय कृषि रक्षा अधिकारियों का दल उनके बैठने और फिर कीटनाशक का छिड़काव करने की तैयारी कर रहा है। ललितपुर एवं झांसी में सोमवार को विशेषज्ञों ने छोटे टिड्डी दल पर कीटनाशक का छिड़काव कर 50 फीसद से अधिक को नष्ट कर दिया था। लखनऊ के कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि उप कृषि निदेशक डॉ.सीपी श्रीवास्तव के निर्देश पर आम बेल्ट वाले ब्लॉकों में तैयारियों की जानकारी ली गई है।
मध्य प्रदेश में फिर हमले
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में बुधवार को दो टिड्डी दलों ने धावा बोला, लेकिन कृषि विभाग एक ही टिड्डी दल बताता रहा। ये टिड्डी दल रातभर गांवों में खेतों और पेड़-पौधों पर मंडराते रहे। बाद में एक टिड्डी दल उप्र की ओर चला गया। गुरुवार की सुबह अशोकनगर में दो टिड्डी दल के सक्रिय होने की पुष्टि तब हुई जब जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से किसानों ने कृषि विभाग को सूचना दी। तब कृषि विभाग ने भी माना कि दो टिड्डी दलों ने हमला किया है। करीब 40 फीसद टिड्डियों को खत्म करने का दावा किया गया है।
बिहार में भी दस्तक
वही टिड्डियों का दल बिहार भी पहुंच गया है। रोहतास एवं बक्सर जिले के कई गांवों में फसलों पर हमला बोल दिया है। किसान परेशान हैं। कृषि विभाग ने सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया है। अधिकारी मौके पर ही कैंप कर रहे हैं। टिड्डियों का जो दल अभी बिहार आया है, वह बहुत छोटा है, लेकिन उप्र के प्रयाग की ओर से आने वाले टिड्डियों के एक बड़े दल को लेकर कृषि विभाग विशेष तौर पर अलर्ट है। अगर वह दल आ गया तो किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है। राज्य सरकार ने फायर ब्रिगेड से लेकर संबंधित विभाग को पहले से ही सजग कर दिया है।