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मध्‍य प्रदेश, यूपी और राजस्‍थान में टिड्डियों ने चट की फसलें, रिहायशी इलाकों में बढ़ा संकट

राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और पंजाब में टिड्डी दलों ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। अब यह रिहायशी इलाकों में भी दस्‍तक दे चुकी हैं। जानें कितना बड़ा है यह खतरा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 12:09 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 02:05 AM (IST)
मध्‍य प्रदेश, यूपी और राजस्‍थान में टिड्डियों ने चट की फसलें, रिहायशी इलाकों में बढ़ा संकट
मध्‍य प्रदेश, यूपी और राजस्‍थान में टिड्डियों ने चट की फसलें, रिहायशी इलाकों में बढ़ा संकट

नई दिल्ली, जेएनएन। राजस्थान और मध्य प्रदेश में टिड्डियों ने रहवासी इलाकों में भी दस्तक दे दी है। सोमवार को पन्ना पहुंचे टिड्डी दल ने रिहायशी इलाकों में जमकर उत्पात मचाया। मध्‍य प्रदेश सरकार ने इनके हमले से नुकसान के सर्वे के बाद मुआवजा देने का निर्णय किया है। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने राजस्थान में टिड्डी दलों से हो रहे नुकसान को लेकर कहा कि केंद्र सरकार सेना के पांच हेलीकॉप्टर के माध्यम से कीटनाशक का छिड़काव कराएगी । इसके लिए विदेश से मशीनें मंगवाई गई हैं।

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ऐसा लगा जैसे कहीं आग लग गई हो

राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब में भी टिड्डी दल फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। राजस्थान से लाखों की संख्या में आई टिड्डियों का झुंड मध्य प्रदेश के कई जिलों में पहले ही कहर बरपा चुका है। सोमवार को इसने पन्ना व सतना जिलों में प्रवेश कर फसलों को नुकसान पहुंचाया। पन्ना शहर में जब टिड्डी दल पहुंचा तो अचानक पुलिस वाहनों के सायरन की आवाजें गूंजने लगीं। पहले लोग समझे की कहीं आग लग गई है, जिसे बुझाने फायर ब्रिगेड की गाडि़यां जा रही हैं, लेकिन कुछ ही देर में लाखों की तादाद में टिड्डियां शहर के रिहायशी इलाकों में मंडराने लगीं, तब लोगों को पता चला कि टिड्डियों को भगाने के लिए शहर में सायरन बजाया जा रहा है।

नीमच से राजस्थान सीमा में खदेड़ा

पन्ना टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों ने पेड़ों को बचाने के लिए टैंकर से कीटनाशक का छिड़काव किया। इसके बावजूद टिड्डी दल ने वनस्पतियों व पेड़-पौधों को व्यापक क्षति पहुंचाई। उधर, आगर-मालवा जिले में चौथी और नलखेड़ा क्षेत्र में दूसरी बार टिड्डी दल ने धावा बोला। ग्रामीणों ने बर्तन और ढोल बजाकर इन्हें भगाया। मध्‍य प्रदेश में नीमच जिले के सिंगोली से 15 किलोमीटर दूर परलई प्रेमपुरा क्षेत्र में सोमवार तड़के टिड्डी दल को दमकल वाहन से कीटनाशक घोल का छिड़काव कर मार दिया गया जो टिड्डियां बच गई, उन्हें राजस्थान सीमा में खदेड़ दिया गया।

नुकसान का कराएंगे आकलन

मध्‍य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि टिड्डी दल से फसलों को हुए नुकसान का राज्य सरकार आकलन कराएगी। राजस्व और कृषि विभाग का संयुक्त दल बनाकर सर्वे कराया जाएगा। जिन किसानों को अधिक नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा दिलाया जाएगा।

जयपुर में भी मुसीबत

पिछले वर्ष तक राजस्थान के सरहदी जिलों तक ही सीमित रहे टिड्डी दल इस बार जयपुर शहर तक पहुंच गए हैं। सोमवार सुबह टिड्डियों का एक बड़ा झुंड जयपुर के परकोटा क्षेत्र में बड़ी चौपड़ और आसपास के इलाकों जैसे मुरलीपुरा, जवाहर नगर और कई क्षेत्रों में देखा गया। टिड्डी दल के इस हमले को देखकर लोग अपने घरों में लगे पेड़-पौधों को बचाने की जुगत में लग गए।

छिड़काव को विदेश से मंगा रहे मशीनें

केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार सेना के पांच हेलीकॉप्टर के माध्यम से कीटनाशक का छिड़काव कराएगी । इसके लिए विदेश से सात मशीनें मंगवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि 50 मशीन और 800 ट्रेक्टर केंद्र सरकार की तरफ से उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।

उन्नाव में चट कर गईं मक्का और गन्ने की फसल

कृषि विभाग उन्नाव के किसानों को टिड्डी दल के हमले से आगाह ही करता रह गया और टिड्डियों ने आसीवन और सफीपुर क्षेत्र के कई किसानों को लाखों की चपत लगा दी। क्षेत्र में कई बीघे मक्के की फसल चट कर गई हैं। कृषि विशेषज्ञ इसमें लिम्डा दवा के छिड़काव की सलाह दे रहे हैं। रविवार को राजस्थान, हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में टिड्डी के प्रकोप चलते झांसी से होकर जिले में भी इसके प्रकोप की आशंका है। हवा की गति के कारण यह दल मध्यप्रदेश की ओर चला गया। हालांकि कृषि विभाग ने दोनों जिलों में अलर्ट जारी कर दूसरे दल के आने की आशंका जताई है। विभाग ने किसानों को फसल की सतत निगरानी करने की सलाह दी है।


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