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‘जान भी जहान भी’ की बात कहकर पीएम मोदी ने दिए लॉकडाउन आगे बढ़ाने के संकेत

पीएम मोदी ने दिए लॉकडाउन तो आगे बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। उन्‍होंने देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए समृद्ध और स्वस्थ भारत के दोनों पहलुओं को जरूरी बताया।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 12 Apr 2020 12:19 PM (IST)Updated: Sun, 12 Apr 2020 12:19 PM (IST)
‘जान भी जहान भी’ की बात कहकर पीएम मोदी ने दिए लॉकडाउन आगे बढ़ाने के संकेत
‘जान भी जहान भी’ की बात कहकर पीएम मोदी ने दिए लॉकडाउन आगे बढ़ाने के संकेत

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘जान भी जहान भी’ की बात कहकर लॉकडाउन तो आगे बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए समृद्ध और स्वस्थ भारत के दोनों पहलुओं पहलुओं को जरूरी बताया। इससे पहले देश को संबोधित करते हुए घर में रहने और शारीरिक दूरी के नियम पालन को कोरोना की रामबाण काट करार दिया था। अब जान के साथ जहान भी जरूरी हो चला है। क्योंकि लड़ाई विकट है। लोग विकल हैं। चीन से साढ़े तीन महीने पहले चला चंद माइक्रोमीटर का एक अदना सा वायरस दुनिया को घुटने टिकवाने पर आमादा है।

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यह बात सही है कि भारत में अभी कोरोना वायरस से संक्रमित लोग और मरने वालों की संख्या अमेरिका सहित तमाम यूरोपीय देशों के मुकाबले बहुत कम है, लेकिन जिस हिसाब से इन दोनों मदों में इजाफा हो रहा है, भयभीत करने वाला है। जितनी बर्बरता के साथ यह वायरस आगे बढ़ रहा है, उतनी ही शिद्दत के साथ इंसानियत अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए सामने आ रही है। शायद इस पिद्दी से वायरस को इंसानों की जीवटता, संकल्प और नवोन्मेष का इल्म नहीं है। धरती पर यह एकदम नया है।

अपने पूर्वजों के इतिहास से इसे सीखना चाहिए। वे लोग भी जब आए तो कोहराम बरपाना शुरू किए, लेकिन कुछ ही दिनों में जैसे ही उनकी चाबी तलाश ली गई, इस ग्रह से रफूचक्कर होने में देर नहीं लगाई। तेरा क्या होगा कोरोना? वही होगा जो तेरे पूर्वजों का होता आया है। कुछ ही दिनों की देर है। टीका आते ही तुम्हारा राम नाम सत्य तय है। तब तक हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति हमारे अस्तित्व की ढाल बनी रहेगी।

घरों में रहकर, शारीरिक दूरी बनाकर, मास्क लगाकर, सैनिटाइज के सारे दिशानिर्देशों का पालन करके कष्ट सह लेंगे, लेकिन कोरोना बिना तुम्हारा समूल नाश किए चैन से नहीं बैठेंगे। जान के साथ-साथ जहान यानी अर्थव्यवस्था की भी चिंता हमारे हर कदम से परिलक्षित होगी। तुमसे निपटने के साथ ही समृद्धि को संवारना ही असली राष्ट्रभक्ति होगी। समझे कुछ। इंसानियत जिंदाबाद थी, है और रहेगी। आमीन।

चीन में कोरोना वायरस से संक्रमित पहले मामले से अब तक सौ दिन बीत चुके हैं। इस दौरान 15 लाख से ज्यादा लोग दुनिया के 192 देशों में संक्रमित हो चुके हैं। मौतों का आंकड़ा भी लाख को छूने जा रहा है। अरबों की संख्या में लोग घरों में कैद होने को विवश हैं। अर्थव्यवस्था, शेयर मार्केट और रोजगार सब रसातल में पहुंचने का रिकार्ड बना रहे हैं। आइए जानते हैं कि इस वायरस ने कैसे दुनिया को अपने नन्हें से आकार में समेट लिया है। चीनी वैज्ञानिकों ने एक वायरस को अलग किया जिसे  बाद में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के रूप में पहचाना गया।

दिन  मामले मौत  खास  
7वां दिन: 6 जनवरी, 2020 53 मामले वायरस ने पहली जान ली जिसकी घोषणा चीन ने दो दिन बाद की।  
10वां दिन: 9 जनवरी 2020 63 मामले 01 मौतें  वुहान में लाकडाउन हुआ। विश्व स्वास्थ्य संगठन को इंसान से इंसान में संक्रमण का पता चला।  
24वां दिन 23 जनवरी 654 मामले 18 मौतें  ब्रिटेन ने अपने पहले संक्रमण के मामले की घोषणा की  
32वां दिन 31 जनवरी  9927 मामले 213 मौतें  रोग को कोविड-19 नाम दिया गया।  
43वां दिन 11 फरवरी 44,802 मामले 1,113 मौतें  अफ्रीका में मामले सामने आए। फ्रांस में इस संक्रमण से पहली मौत हुई।  
46वां दिन 14 फरवरी 66,885 मामले 1,523 मौतें  कोरोना से इटली में तीन मौतें हुईं। वहां पर तमाम आयोजन रद होने लगे।  
55वां दिन 23 फरवरी 78,958 मामले 2,469 मौतें  इटली का सबसे प्रभावित इलाका लामबार्डी लाकडाउन के हवाले हुए। ईरान में बुरी तरह से संक्रमण फैला।  
69वां दिन 8 मार्च  1,09,821 मामले 3,802 मौतें  विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बीमारी को महामारी घोषित की।  
72वां दिन 11 मार्च 2020 1,25,875 मामले 4,615 मौतें  स्पेन में एक दिन के भीतर सौ मौतें हुईं। इससे भी बुरा दौर आने को था।  
76वां दिन 15 मार्च 1,67,454 मामले 6,440 मौतें अमेरिकी कांग्रेस ने दो लाख करोड़ डालर के आपातकालीन कार्यक्रम को मंजूरी दी।  
86वां दिन 25 मार्च 4,67,653 मामले 21,181 मौतें ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जानसन पाजिटिव पाए गए  
88वां दिन 27 मार्च  5,93,291 मामले 27,198 मौतें मौतें वायरस के संक्रमितों के आंकड़े ने दस लाख को पार किया। मौतें भी पचास हजार को पार हुईं।  
94वां दिन 2 अप्रैल, 2020 10,13,320 मामले 52,983 मौतें  दुनिया के 192 देशों में फैला वायरस/ वायरस के उद्गम स्थल चीन के वुहान को फिर से खोला गया।  
100वां दिन 8 अप्रैल 15,11,104 मामले 88,000 मौतें  चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को बताया किउसके यहां निमोनिया के 44 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनकी वजह अज्ञात है। ये मामले 31 दिसंबर से तीन जनवरी के दरम्यान आए। हालांकि यहां निमोनिया के मामले दिसंबर और संभवत: वुहान में नवंबर में ही दिख गए थे,लेकिन यह पहला मौका था जब इस रहस्यमयी बीमारी की तरफ दुनिया का ध्यान गया।

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