Lockdown Affect: देर तक लैपटॉप, मोबाइल व टीवी देखने से हो रही आंखों की समस्या, जानें- क्या है बचाव
Lockdown Affect लगातार लैपटॉप मोबाइल पर काम करना और देर तक टीवी स्क्रीन से चिपके रहना आंखों के लिए कई तरह समस्या का कारण बन रहा है।
नई दिल्ली। Lockdown Affect: समूचे विश्व को कोविड-19 ने गिरफ्त में ले रखा है। इससे बचने के लिए लोगों ने घर में रहकर लगभग ढाई महीने का वक्त गुजारा। इस दौरान कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम के जरिए कर्मचारियों को घर से ही काम करने की छूट दी। हालांकि अब अनलॉक-1 चल रहा है, लेकिन अभी काफी हद तक वर्क फ्रॉम होम का विकल्प आजमाया जा रहा है। ऐसे में लगातार लैपटॉप, मोबाइल पर काम करना और देर तक टीवी स्क्रीन से चिपके रहना आंखों के लिए कई तरह समस्या का कारण बन रहा है। जानें क्या कहते है कानपुर के (एम.एस.) आई सर्जन डॉ. दिलप्रीत सिंह।
कोरोना पड़ रहा आंखों पर भारी : लॉकडाउन के दौरान लगातार घर में रहकर काम या पढ़ने के कारण आंखों में होने वाली परेशानी, जैसे खुजली, सूखापन, आंखों से पानी आना, आंखों का लाल होना, सिरदर्द आदि समस्याओं में पांच से दस फीसद इजाफा हुआ। वैसे भी गर्मियों में आंखों के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। इस समस्या से सबसे ज्यादा कामकाजी लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसका प्रमुख कारण बढ़ा हुआ स्क्रीन टाइम है।
आमतौर पर ऑफिस में कंप्यूटर पर 6 से 8 घंटे काम किया जाता है, लेकिन इस दौरान, टी या लंच ब्रेक के लिए कुछ समय तो आंखों को आराम देते ही थे। इधर घर में रहकर काम करने का शेड्यूल सुनिश्चित नहीं रहा, जो आंखों की परेशानी का सबब बना। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको अपने काम के तौर-तरीके बदलने होंगे। खासकर स्क्रीन पर काम करने वाले लोग थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ मिनटों के लिए काम को रोक दें। कई बार कुछ समय के लिए हम आंखों को आराम देने के लिए लैपटॉप की स्क्रीन से दूरी बना लेते हैं, पर टीवी के सामने बैठ जाते हैं, यह तरीका कतई ठीक नहीं।
ये टिप्स उन लोगों के लिए भी है जो घर पर बैठकर काम कर रहे हैं। इसके मुताबिक
- घर में हल्का व्यायाम शरीर को काफी स्फूर्ति और मजबूती देता है। ऐसे में म्यूजिक के साथ डांस करना सबसे बेहतर विकल्प है।
- घर में खाली बैठने के दौरान शरीर को थोड़ा सा स्ट्रेच करने की कोशिश करें। इसके लिए यूं तो सबसे सही वक्त सुबह और शाम का है, लेकिन ऐसा जब वक्त मिले तब कर सकते हैं।
- अपने घर की सीढि़यों पर ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर जाएं। ऐसा कम से कम 4-5 बार करें। ऐसा करने से शरीर की थकान कम होगी और शरीर की मांसपेशियां भी खुल जाएंगी।
घटने लगती है देखने की क्षमता
स्क्रीन से निकलने वाली लाइट सीधे रेटिना को प्रभावित करती है, जिससे देखने की क्षमता घटने लगती हैं और चश्मे का पॉवर बढऩे लगता है। लगातार इस्तेमाल से आंखें लाल हो जाती हैं। कई बार आंखों में सूजन भी जाती है।
आंखों में होती है खुजली व जलन
पलक झपकने से आंखों में नमी बनी रहती है। मोबाइल के इस्तेमाल के दौरान पलक झपकना कम होता है, नतीजतन आंखें सूख जाती हैं, उसमें खुजली और जलन होने लगती है।