स्टेटस पर लिखा- दोस्तों, सुबह कंधा देने आ जाना और इंस्टाग्राम पर लाइव आकर लगा ली फांसी
पहले उसने बाएं हाथ पर धारदार वस्तु से कई कट लगा कर नस काटने की कोशिश की। इससे हाथ से खून बहने लगा।
नईदुनिया, झाबुआ। 'दोस्तों, सुबह कंधा देने आ जाना। आखिरी समय जिसकी याद आई, उसे कॉल किया, लेकिन हार्ड लक.. उससे भी बात नहीं हो पाई।' यह स्टेटस शुक्रवार रात फांसी के फंदे पर झूल जाने वाले 25 साल के वेब डिजायनर अक्षित का है। फांसी का दृश्य भी अक्षित ने इंस्टाग्राम पर लाइव कर दिया। इससे पता चला है कि घटना की रात उसने आत्महत्या की तीन बार कोशिश की। आखिरी प्रयास में फंदा गले में कस गया। दोस्तों ने जैसे ही यह सब देखा, वह घबराए हुए अक्षित के घर पहुंचे, लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे प्रेम प्रसंग के रूप में देख रही है।
लक्ष्मीनगर में रहने वाले अक्षित पुत्र सुनील राठौर की सुसाइड स्टोरी शुक्रवार रात करीब साढ़े 11 बजे शुरू हुई। फांसी लगाने से पहले उसने वाट्सएप पर दोस्तों को स्टेटस भेजना शुरू कर दिया था। दो स्टेटस में साफ इशारा किया था कि वह खुद को खत्म करने का कदम उठाने जा रहा है। पहले उसने बाएं हाथ पर धारदार वस्तु से कई कट लगा कर नस काटने की कोशिश की। इससे हाथ से खून बहने लगा। फिर इसके फोटो खींचकर वाट्सएप पर शेयर कर दिए।
..और फंदा टूट गया, पर तीसरे प्रयास में चली गई जान
नस काटने वाले फोटो के कैप्शन में लिखा- 'इससे कुछ हुआ नहीं, इसलिए अब यह करने जा रहा हूं। इससे भी बात नहीं बनी तो कोई नई स्टाइल अपनाऊंगा। कल का सूरज तो नहीं देखूंगा।' बाद में उसने फांसी लगी ली, लेकिन लटकते ही फंदा टूट गया। टूटे फंदे का फोटो डालकर उसने फिर लिखा-'एक बार तो टूट गया पर अब नहीं टूटेगा।' तीसरे प्रयास में वह फांसी के फंदे पर झूल गया, जिसे इंस्टाग्राम पर लाइव भी किया।
वीडियो देख भागे दोस्त
दोस्त मयंक ने जैसे ही वीडियो देखा उसने अक्षित के घर के पास रहने वाले निर्मल और बंटी को फोन लगाया। निर्मल ने कहा- गाड़ी लेकर आ जाओ। रात डेढ़ बजे तीनों अक्षित के घर पहुंचे। घर वालों को जगाने के बाद अक्षित के कमरे का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला तो तोड़कर अंदर घुसे। वहां अक्षित को फंदे पर लटका देख सभी हतप्रभ रह गए। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। थाना प्रभारी केएम त्रिपाठी ने बताया कि पहली नजर में मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है। मोबाइल कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।
माता-पिता की मौत के बाद रह रहा था नानी के पास
माता-पिता की मृत्यु के बाद से अक्षित लक्ष्मीनगर में अपनी नानी के पास रह रहा था। वेब डिजाइनर का कोर्स करने के बाद निजी स्तर ही काम कर रहा था। अपने अच्छे स्वभाव की वजह से वह दोस्तों के बीच लोकप्रिय भी था।