जवान मल्लूराम के अंतिम संस्कार पर उमड़ा जन सैलाब, नक्सलियों के हमले में हुए थे शहीद
बस्तर के बीजापुर जिले में नक्सलियों के हमले में शहीद जवान मल्लूराम सूर्यवंशी को उनके गांव रमतला में अंतिम विदायी दी गई। इस दौरान लोगों में नक्सलियों के खिलाफ भारी आक्रोश था...
बिलासपुर, जेएनएन। बस्तर के बीजापुर जिले में नक्सलियों के हमले में शहीद जवान मल्लूराम सूर्यवंशी की पार्थिव शरीर को शनिवार को बिलासपुर में गृह ग्राम रमतला लाया गया। जांबाज की शहादत की खबर फैलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया। शहीद के घर पूरा गांव उमड़ा था और मल्लूराम की अमर शहादत के नारे लग रहे थे। पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों समेत पूरे गांव ने शहीद मल्लूराम की पार्थिव देह पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूरे सम्मान के साथ शहीद मल्लूराम का अंतिम संस्कार किया गया।
रमतला गांव में शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। इस मौके पर एसपी प्रशांत अग्रवाल विधायक शैलेश पांडेय, बेलतरा क्षेत्र के विधायक रजनीश सिंह, बिल्हा जनपद के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, बिलासपुर नगर निगम के महापौर रामशरण यादव, प्रदेश कांग्रेस के सचिव राजेंद्र साहू, जिला पंचायत के सभापति अंकित गौरहा, कांग्रेस नेता त्रिलोक श्रीवास, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद नायक, बिल्हा के जनपद सदस्य शिवानंद शराफ एवं बंटी यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स में कार्यरत जवान मल्लूराम सूर्यवंशी को बस्तर के बीजापुर से नक्सलियों द्वारा पांच दिन पहले अगवा कर लिया गया था। बाद में नक्सलियों उनकी हत्या कर शव को बीजापुर-गंगालूर सड़क पर फेंक दिया था। नक्सलियों ने उनके शव पर पर्चे डाल दिए थे। शनिवार को विशेष शव वाहन में पार्थिव देह पहुंचने पर लोगों ने फूलों की बारिश करके मल्लूराम को सम्मान दिया।
अंतिम संस्कार से पहले उनके निवास के समक्ष रमतला गांव के चौक में उनकी प्रतिमा पर बिलासपुर से पहुंचे अधिकारियों नेताओं और आसपास के ग्रामीणों ने अपने श्रद्धा पुष्प अर्पित किए। शहीद मल्लूराम के अंतिम संस्कार से पूर्व उन्हें गारद द्वारा अंतिम सलामी दी गई। इस दौरान बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर था। अंतिम संस्कार के दौरान गांव के लोग 'मल्लूराम की शहादत का बदला लेकर रहेंगे, लेकर रहेंगे' के नारे लगाते दिखे।