कृष्ण जन्माष्टमी: मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- कन्हैया जी से प्रार्थना है, फिर लॉकडाउन न लगाना पड़े
मुख्यमंत्री के सरकारी निवास में भी उन्होंने कृष्ण जन्मोत्सव मनाने की तैयारी की। भगवान श्रीकृष्ण का पालना भी सजाया गया।
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। पिछले माह कोरोना पॉजिटिव आने के 19 दिन बाद बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार भोपाल में सार्वजनिक रूप से बाहर निकले। उनके साथ पत्नी साधना सिंह भी थीं। अवसर था जन्माष्टमी पर्व का। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विधानसभा भवन के नजदीक स्थित बिड़ला मंदिर और 1250 क्वार्टर्स स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में जाकर भगवान श्रीकृष्ण की आराधना की।
कन्हैया जी से प्रार्थना की है कि लॉकडाउन फिर से न लगाना पड़े
चौहान ने मंदिर से बाहर आकर मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैंने कन्हैया जी से प्रार्थना की है कि लॉकडाउन फिर से न लगाना पड़े। मानवता के सामने जो संकट खड़ा हुआ है, वह उसे दूर करें। माता-बहनों की जिंदगी में खुशहाली लौटे।'
कोरोना के चलते कृष्ण जन्माष्टमी सादगी के साथ मनाई जाएगी
चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री के सरकारी निवास में भी उन्होंने कृष्ण जन्मोत्सव मनाने की तैयारी की। भगवान श्रीकृष्ण का पालना भी सजाया गया, लेकिन कोरोना गाइडलाइन के कारण जन्माष्टमी सादगी के साथ मनाई। गौरतलब है कि हर वर्ष मुख्यमंत्री निवास में भव्य तरीके से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। कृष्ण की लीलाओं से घर के मंदिर की साज सज्जा की कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह चौहान ने कृष्ण की लीलाओं से घर के मंदिर की साज-सज्जा की। मुख्यमंत्री निवास में श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर गोप-गोपियों के साथ खेल, माखन चोरी, बांसुरी वादन, राधा-कृष्ण प्रेम और गोवर्धन पर्वत की झांकी तैयार की गई है।
19 दिन बाद सामान्य कामकाज पर लौटे मुख्यमंत्री
25 जुलाई को कोरोना संक्रमण के 19 दिन बाद बुधवार को मुख्यमंत्री का दिन सामान्य रहा। हालांकि उन्होंने दिन आरक्षित रखा। वह पांच अगस्त तक भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती रहे थे। वहां से डिस्चार्ज होने के बाद से वे घर पर क्वारंटाइन थे। इसके बावजूद वे वर्चुअल कॉन्फ्रेंस, वर्चुअल मीटिंग के जरिये लगातार काम कर रहे थे। मंगलवार को उनकी तीसरी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी।