जानिए आखिर किन वजहों से आसमान में उड़ रहे लड़ाकू विमान हो रहे क्रैश
नौसेना लड़ाकू विमानों से पायलेटों को प्रशिक्षण देने के लिए आसमान में उड़ती है मगर इस दौरान वो दुर्घटना का शिकार हो जा रहे हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। इस साल अब तक 4 भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान क्रैश हो चुके हैं। ये चारों विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर के बाद दुर्घटना का शिकार हो गए थे। गनीमत ये रही थी कि इन दुर्घटनाओं में विमान चला रहे किसी पायलेट की मौत नहीं हुई थी। एक बात ये भी देखने में आई है कि जब ये विमान प्रशिक्षण के लिए आसमान में उड़ते हैं उसी दौरान हादसे का शिकार हो जाते हैं। विमान में सवार कमांडर और पायलेट अपने को सुरक्षित इजेक्ट करके जान बचा लेते हैं।
शनिवार को गोवा में भी एक फाइटर जेट इसी तरह से दुर्घटना का शिकार हो गया। इस विमान के इंजन में भी आग लगने की बात सामने आई, उसके बाद कमांडर और पायलेट ने अपने को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और जान बचाई। 5 दशक पहले इन विमानों को नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था। अब इन मिग विमानों के क्रैश होने की घटनाएं आम हो गई हैं। वायुसेना के अधिकारी भी इन प्रशिक्षण विमानों को बदलने की मांग लंबे वक्त से कर रहे हैं मगर अब तक इस ओर कोई काम नहीं किया गया है।
शनिवार को भी आग लगने के बाद हुआ हादसा
शनिवार को गोवा में मिग 29-के लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। नौसेना सूत्रों ने बताया कि उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही ये लड़ाकू विमान दुर्घटना का शिकार हो गया। विमान अपने प्रशिक्षण उड़ान पर निकला था। इसी दौरान ये दुर्घटना का शिकार हो गया।
विमान में सवार दोनों पायलट कैप्टन एम शोखंड (Captain M Sheokhand)और लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक यादव (Deepak Yadav)सुरक्षित इजेक्ट करके बाहर निकल गए। इस तरह से वो अपनी जान बचाने में सफल रहे। यह विमान मिग के फाइटर जेट संस्करण का ट्रेनर विमान था। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल से जब इस दुर्घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इसका कारण बताया। उन्होंने बताया कि विमान के इंजन में आग लगने के कारण ये हादसा हुआ है। विमान के इंजन में ये आग पक्षी के टकराने की वजह से लगी थी।
मध्य प्रदेश में सितंबर में हुआ था हादसा
इससे पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर में वायुसेना का MiG 21 Trainer विमान क्रैश हो गया था। ये हादसा इसी साल सितंबर माह में हुआ है। इस विमान हादसे में भी किसी की जान नहीं गई थी, समय रहते ही विमान के ग्रुप कैप्टन और स्कवाड्रन लीडर समेट दोनों पायलट सुरक्षित बच गए थे। इन दोनों विमान से खुद को सुरक्षित इजेक्ट कर लिया था। यह विमान भी नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था जो ग्वालियर एयरबेस के नजदीक ही हादसे का शिकार हो गया था। भारतीय वायु सेना ने इस हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश जारी किए थे। इसकी जांच के आदेश कर्नल रैंक के एक अधिकारी को सौंपी गई थी।
राजस्थान के बीकानेर में हुआ था क्रैश
सितंबर माह से पहले इसी साल मार्च माह में भी इस तरह का एक हादसा हो चुका है। ये हादसा राजस्थान के बीकानेर में हुआ था। यहां पर वायुसेना का मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान क्रैश हो गया था। पायलट ने विमान क्रैश होने से पहले ही पैराशूट के सहारे छलांग लगा दी थी। विमान ने बीकानेर के पास नल एयरबेस से उड़ान भरी ही थी कि पक्षी से टकराने के चलते वो दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान भी अपने नियमित मिशन पर था।