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इन संकेतों से जानिए कहीं कमजोर तो नहीं आपका इम्यून सिस्टम, महामारी से बचाव में करेंगे मदद

कमजोर इम्‍यून सिस्‍टम की बदौलत आप कोरोना समेत दूसरी बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं। इसलिए इसको पहचानना जरूरी है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 07:34 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 07:34 AM (IST)
इन संकेतों से जानिए कहीं कमजोर तो नहीं आपका इम्यून सिस्टम, महामारी से बचाव में करेंगे मदद
इन संकेतों से जानिए कहीं कमजोर तो नहीं आपका इम्यून सिस्टम, महामारी से बचाव में करेंगे मदद

नई दिल्‍ली। कोरोना संकट के दौरान आपको अपनी इम्युनिटी बढ़ाने की जरूरत है। यदि इस समय आपका इम्यून सिस्टम मजबूत है तो यह कोरोना संकट के वक्त आपको सुरक्षित रख सकता है और यहां तक की आपकी जान भी बचा सकता है। हालांकि कई बार इम्यून सिस्टम सही तरीके से काम नहीं करता और आप संक्रामक रोगों की गिरफ्त में आ जाते हैं, कोविड-19 के मामलों में भी ऐसा होता है। कई बार विशेष कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों का समूह उस तरह से कार्य नहीं करता है जैसे उसे कार्य करना चाहिए। कम से कम 80 ऐसी बीमारियां हैं, जो कि खराब इम्यून सिस्टम के कारण होती हैं। हालांकि कुछ संकेत हैं, जिसके जरिये हम जान सकते हैं कि हमारा इम्यून सिस्टम ठीक नहीं है।

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ठंडे हाथ

यदि रक्त वाहिकाओं में सूजन रहती है तो आपकी उंगलियों, पैर की उंगलियों, कानों और नाक तक को गर्म रखने में परेशानी होगी। जब आप ठंड के संपर्क में होते हैं, तो इन क्षेत्रों की त्वचा सफेद और फिर नीले रंग की हो सकती है। इस तरह की परेशानी खराब इम्यून सिस्टम के कारण हो सकती है।

हल्का बुखार

यदि आपके शरीर का तापमान सामान्य से अधिक रहता है तो संभव है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली ने ओवरवर्क करना शुरू कर दिया हो। यह आने वाले संक्रमण के कारण भी हो सकता है। सिरदर्द कुछ मामलों में सिर में होने वाला दर्द इम्यून सिस्टम से संबंधित हो सकता है। उदाहरण के लिए, यह वस्कुलिटिस हो सकता है, जो एक संक्रमण या ऑटोइम्यून बीमारी के कारण रक्त वाहिका की सूजन है। त्वचा पर दाने आपकी त्वचा कीटाणुओं के खिलाफ आपके शरीर की पहली बाधा है। आपकी त्वचा कैसी दिखती है और कैसा महसूस करती है यह आपके इम्यून सिस्टम के बारे में बताता है कि यह कैसे काम कर रहा है।

थकान

आप अत्यधिक थकान महसूस करते हैं, जैसा फ्लू होने पर होता है, तो इसका अर्थ है कि आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली के साथ कोई परेशानी है। आपके जोड़ों या मांसपेशियों में भी दर्द हो सकता है। हालांकि इसके इम्यून सिस्टम के अलावा भी कई कारण हो सकते हैं।

पाचन संबंधी समस्या

2 से 4 सप्ताह से अधिक समय तक रहने वाले डायरिया का मतलब है कि इम्युन सिस्टम छोटी आंत या पाचन तंत्र की परत को नुकसान पहुंचा रहा है। कब्ज भी चिंता का विषय है। मल त्याग में कठिनाई होती है तो यह आपका इम्यून सिस्टम खराब हो सकता है। सूखी आंखें यदि आपको ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की रक्षा के बजाय उस पर हमला करती है। आर्थराइटिस और लूपस इसके उदाहरण हैं। ऐसे कई लोग पाते हैं कि उनकी आंखें सूखी हैं। आपको लगता है कि आंखों में कुछ है या फिर दर्द या आंखें लाल रहती हैं या फिर दृष्टि धुंधली भी हो सकती है। कुछ लोग पाते हैं कि वे परेशान होने पर भी रो नहीं सकते।

जोड़ों का दर्द

जोड़ों के अंदर की परत फूल जाती है और यह क्षेत्र कोमल व इस पर सूजन हो सकती है। यह इम्यून सिस्टम से जुड़ा है।

बालों का झड़ना

यदि आप सिर, चेहरे या शरीर के अन्य हिस्सों पर बाल खो देते हैं, तो आपके साथ एलोपेशिया एरिटा नामक स्थिति हो सकती है।

सफेद धब्बे

प्रतिरक्षा प्रणाली त्वचा की वर्णक कोशिकाओं से लड़ने का फैसला करती है तो आपकी त्वचा पर सफेद धब्बे दिखाई देने लगेंगे।

सूर्य के प्रति संवेदनशील 

ऑटोइम्यून डिसऑर्डर में धूप में रहने से छाले या दाने हो सकते हैं या ठंड लगना, सिरदर्द या उल्टी भी हो सकती है।

हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्न होना

इसका अर्थ है कि शरीर नसों पर हमला कर रहा है, जो मांसपेशियों को संकेत भेजते हैं। इससे हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं।

निगलने में परेशानी

भोजन निगलने में परेशानी है तो मुंह से पेट तक भोजन पहुंचाने वाली नली में सूजन हो सकती है। गले में भोजन फंसने जैसा लग सकता है। इसका अर्थ इम्युन सिस्टम की समस्या भी हो सकती है।

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