खुफिया एजेंसियों के लिए सिरदर्द बनी किरण बाला, आमना बीबी बन पाक में किया निकाह
किरण को जत्थे में भेजने की सिफारिश करने वाला मैनेजर के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। वह छुट्टी पर कनाडा चला गया है।
अमृतसर (जागरण संवाददाता)। वैशाखी पर्व पर एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) के पाकिस्तान भेजे जत्थे के साथ गई होशियारपुर की किरण बाला की तरफ से मुस्लिम से निकाह करने का मामला भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन गया है।
किरणबाला ने बदला अपना नाम, बनीं आमना बीबी
पंजाब के होशियारपुर जिले में रहने वाले मनोहर लाल की बेटी किरण बाला ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर कहा है कि उनके वीजा की अवधि बढ़ा देनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने लाहौर निवासी मोहम्मद आजम नाम के शख्स से शादी की है। किरण बाला ने अपना नाम भी बदलकर आमना बीबी कर लिया है। किरण की शादी 2005 में नरिंदर सिंह से हुई थी जिनकी 2013 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। किरण का दावा है कि वह पिछले डेढ़ साल से सोशल मीडिया के जरिए मोहम्मद आजम को जानती हैं।
मैनेजर भी शक के घेरे में
किरण को सिख जत्थे के साथ भेजने के लिए सिफारिश करने वाले श्री हरिमंदिर साहिब का मैनेजर भी छुट्टी लेकर कनाडा चला गया है। अब खुफिया एजेंसियों ने इस मैनेजर का भी रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। मैनेजर की ओर से अब तक पाकिस्तान गए सिख श्रद्धालुओं के जत्थे में किन-किन लोगों की सिफारिश की गई है, इसकी भी जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को कुछ केंद्रीय एजेंसियों और राज्य की खुफिया एजेंसियों के अधिकारी एसजीपीसी के यात्रा विभाग पहुंचे। यहां कुछ कर्मचारियों से बातचीत कर तथ्य जुटाने की कोशिश की।
खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि किरण ने जत्थे के साथ जाने के लिए अपने क्षेत्र के एसजीपीसी के सदस्यों से सिफारिश न करवा कर अमृतसर जिले के साथ संबंधित उक्त मैनेजर से ही क्यों सिफारिश करवाई, यह जांच का विषय है। बताया जा रहा है कि यह मैनेजर एक पूर्व मंत्री के पीए का अति करीबी है।
एसजीपीसी ने नहीं बनाई जांच कमेटी
उधर,एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल की ओर से मामले को गंभीर बताने के बावजूद भी अभी तक जांच कमेटी नहीं बनाई गई है। हालांकि श्री दमदमा साहिब में शुक्रवार को हुई एसजीपीसी की कार्यकारिणी की बैठक में इस मामले को लेकर बात तो हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया।