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केरल: पशु चिकित्सकों की टीम ने कॉकटेल पक्षी के गले से सफलतापूर्वक रबर निकाली

पेट लवर अकबर अब्दुल्ला इलाज के लिए कॉकटेल पक्षी को एक पशु चिकित्सक के पास ले गया था।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 12:12 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 12:12 PM (IST)
केरल: पशु चिकित्सकों की टीम ने कॉकटेल पक्षी के गले से सफलतापूर्वक रबर निकाली
केरल: पशु चिकित्सकों की टीम ने कॉकटेल पक्षी के गले से सफलतापूर्वक रबर निकाली

कोझिकोड, एएनआइ। पशु चिकित्सकों की एक टीम ने कोझिकोड में कॉकटेल पक्षी के गले से एक रबर का वाल्व निकाला। इस दौरान डॉ आरके स्नेहराज ने कहा, 'हमने पक्षी को एनेस्थीसिया देकर वाल्व निकालने की कोशिश की और हम सफल रहे अन्यथा सर्जरी ही एकमात्र विकल्प था।' बता दें कि एनेस्थेटिक का उपयोग जांच और सर्जिकल ऑपरेशन के दौरान शरीर के किसी भाग में संवेदना को सुन्न करने या रोगी को सुलाने के लिए किया जाता है। एनेस्थेटिक्स देने से उपचार के दौरान दर्द और कार्य में किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता। कई प्रकार की मेडिकल प्रक्रियाओं को करने में आसानी होती है। एनेस्थेटिक्स के आमतौर पर उपयोग किये जाने वाले दो प्रकार होते हैं - लोकल एनेस्थेटिक और जनरल एनेस्थेटिक।

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लोकल एनेस्थेटिक्स में तो आपके शरीर का कोई भाग सुन्न किया जाता है और आप पूरी तरह होश में रहते हैं। जनरल एनेस्थेटिक्स में आप पूरी तरह बेहोश और उपचार प्रक्रिया से अनजान रहते हैं। इसका उपयोग अक्सर गंभीर सर्जरी में किया जाता है।

कोझिकोड के मनियूर गांव के रहने वाले एक पेट लवर अकबर अब्दुल्ला इलाज के लिए कॉकटेल पक्षी को एक पशु चिकित्सक के पास ले गया था।


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