केरल के राज्यपाल ने की थी राष्ट्रपति को मानद डी.लिट. देने की सिफारिश
सात दिसंबर 2021 को लिखे पत्र में कहा गया है कि देश के राष्ट्रपति को डीलिट की मानद उपाधि देने के मुद्दे पर मैंने सिंडीकेट के कुछ सदस्यों के साथ चर्चा की। सिंडीकेट के सदस्यों ने इसे खारिज कर दिया।
तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। केरल विश्वविद्यालय (Kerala University) के उप कुलपति वीपी महादेवन पिल्लई (VP Mahadevan Pillai) का हाथ से लिखा एक पत्र शनिवार को सार्वजनिक हुआ है। इसमें इस बात की पुष्टि की गई है कि राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द (Ram Nath Kovind) को डी.लिट. (D.Litt) की मानद उपाधि से सम्मानित करने की सिफारिश की थी।
पत्र से यह बात भी सामने आई है कि इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए सिंडीकेट की बैठक बुलाने के बजाय उप कुलपति ने सिंडीकेट के कुछ सदस्यों के साथ महज चर्चा की। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल को सूचित कर दिया कि विश्वविद्यालय सिंडीकेट ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
सात दिसंबर, 2021 को लिखे पत्र में कहा गया है कि देश के राष्ट्रपति को डी.लिट. की मानद उपाधि देने के मुद्दे पर मैंने सिंडीकेट के कुछ सदस्यों के साथ चर्चा की। सिंडीकेट के सदस्यों ने इसे खारिज कर दिया। पिछले महीने इस प्रकरण पर विवाद शुरू होने के बाद से उप कुलपति ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। दूसरी तरफ, राज्यपाल के कार्यालय ने उप कुलपति के पत्र की सामग्री की पुष्टि की है।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला ने दावा किया था कि केरल की वाम मोर्चा सरकार ने राष्ट्रपति कोविन्द को डीलिट की मानद उपाधि से सम्मानित करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया। हालांकि, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु ने इस आरोप से इन्कार किया था।