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केरल: एर्नाकुलम प्रशासन ने मूलंथुरूथी चर्च को अपने कब्जे में लिया

जैकोबाइट सीरियन कैथेड्रल चर्च कब्जे में। केरल उच्च न्यायालय द्वारा 17 अगस्त को चर्च को रूढ़िवादी गुट को सौंपने की समय सीमा निर्धारित करने के बाद आया यह कदम।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 17 Aug 2020 08:59 AM (IST)Updated: Mon, 17 Aug 2020 09:18 AM (IST)
केरल: एर्नाकुलम प्रशासन ने मूलंथुरूथी चर्च को अपने कब्जे में लिया
केरल: एर्नाकुलम प्रशासन ने मूलंथुरूथी चर्च को अपने कब्जे में लिया

कोच्चि, एएनआइ। एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने सोमवार की तड़के मूलंथुरूथी में जैकोबाइट सीरियन कैथेड्रल चर्च को अपने कब्जे में ले लिया है। यह कदम केरल उच्च न्यायालय द्वारा 17 अगस्त को चर्च को रूढ़िवादी गुट को सौंपने की समय सीमा निर्धारित करने के बाद आया है। कोर्ट इस मामले पर आज सुबह 10 बजे विचार करेगा।

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पुलिस ने चर्च पर कब्जा करने से पहले मलंकरा चर्च के जैकोबाइट समूह से संबंधित प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। एर्नाकुलम के उपजिलाधिकारी स्नेहिल कुमार सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन आज अदालत को एक रिपोर्ट सौंपेगा। केरल उच्च न्यायालय ने माना है कि जैकोबाइट गुट के मूलंथुरूथी चर्च को कब्जे में लेने के लिए केंद्रीय बलों की सहायता लेना उचित है। बता दें कि उच्च न्यायालय ऑर्थोडॉक्स गुट विक्टर फादर जियो जॉर्ज द्वारा दायर की गई अदालत की एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था।

राज्य सरकार ने पहले कहा था कि एर्नाकुलम में COVID-19 और बाढ़ के कारण, जिला प्रशासन चर्च पर कब्जा करने की स्थिति में नहीं है। केरल उच्च न्यायालय ने स्पष्ट कर दिया था कि चर्च किसी भी कीमत पर जैकोबाइट गुट के विक्टर के हाथों में नहीं दिया जाएगा। यह निर्देश दिया कि यदि कलेक्टर का यह विचार था कि यदि COVID-19 कर्तव्यों के लिए पुलिस की तैनाती के कारण पर्याप्त पुलिस की तैनाती नहीं की जा सकती है, तो वह याचिकाकर्ताओं को चर्च को सौंपने के लिए ऐसी अवधि तक प्रतीक्षा करेगा।


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