कंगना रनोट ने महाराष्ट्र सरकार को बताया 'गुंडा सरकार', कहा- सोनिया सेना, बाबर सेना से भी बदतर
कंगना ने उद्धव ठाकरे की सरकार को गुंडा सरकार कहा है। कंगना ने यह प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में मंदिर खोले जाने को लेकर राज्यपाल द्वारा महाराष्ट्र सरकार को लिखे खत के बाद आया है। उन्होंने कहा कि सोनिया सेना बाबर सेना से भी बदतर व्यवहार कर रही है।
नई दिल्ली, एजेंसी। फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट ने एकबार फिर महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। कंगना ने उद्धव ठाकरे की सरकार को गुंडा सरकार कहा है। कंगना ने यह प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में मंदिर खोले जाने को लेकर राज्यपाल द्वारा महाराष्ट्र सरकार को लिखे खत के बाद आया है।
कंगना ने ट्वीट किया कि यह जानकर अच्छा लगा कि राज्यपाल महोदय द्वारा गुंडा सरकार से पूछताछ की जा रही है। गुंडों ने बार और रेस्तरां खोले हैं, लेकिन रणनीतिक रूप से मंदिरों को बंद रखा है। सोनिया सेना, बाबर सेना से भी बदतर व्यवहार कर रही है।
Nice to know Gunda government is being questioned by Honourable Governor sir, Gundas have opened bars and restaurants but strategically keeping temples shut. Sonia Sena is behaving worse than Babur Sena .... #Governor https://t.co/qgLDxB9erd" rel="nofollow— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 13, 2020
बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य सरकार को चिट्ठी लिखी है, जिसमें अभी तक मंदिर और अन्य पूजा स्थल ना खोलने का मुद्दा उठाया है। अब राज्यपाल और मुख्यमंत्री में इस मसले पर चिट्ठियों का आदान-प्रदान जारी है। उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को जवाब में चिट्ठी लिखी। जिसमें उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल खोलने की चर्चा के साथ कोरोना के बढ़ते मामलों का भी ध्यान रखना चाहिए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे अपना हिंदुत्व साबित करने के लिए आपसे सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। जो लोग हमारे राज्य की तुलना गुलाम गश्मीर से करते हैं उनका स्वागत करने मेरे हिंदुत्व में फिट नहीं बैठता है। सिर्फ मंदिर खोलने से ही क्या हिंदुत्व साबित होगा?
राज्यपाल ने क्या कहा था?
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आपने एक जून को ‘मिशन बिगेन अगेन’ की शुरुआत की थी। लेकिन अब उसे चार महीने हो गए हैं और अभी तक धार्मिक स्थल नहीं खुले हैं। देश की राजधानी दिल्ली में भी धार्मिक स्थल खुले हैं।