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कांची पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती का निधन, राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने जताया दुख

उनका निधन कांचीपुरम के प्राइवेट अस्पताल में हुआ है। सांस लेने में दिक्कत आने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 10:15 AM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 02:21 PM (IST)
कांची पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती का निधन, राष्ट्रपति व पीएम  मोदी ने जताया दुख
कांची पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती का निधन, राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने जताया दुख

चेन्नई (एएनअाई)। कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती महाराज का अाज सुबह निधन हो गया।वे 83 साल के थे। जयेन्द्र सरस्वती को सांस लेने में आ रही दिक्कत के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था, इसी दौरान उनका निधन हुआ। उनका निधन कांचीपुरम के प्राइवेट अस्पताल में हुआ है। सांस लेने में दिक्कत आने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें 1994 में कांची मठ का प्रमुख बनाया गया था। सन् 1983 में उन्होंने शंकर विजयेन्द्र सरस्वती को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था।

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कांची मठ के 69वें शंकराचार्य

18 जुलाई 1935 को जन्मे जयेन्द्र सरस्वती कांची मठ के 69वें शंकराचार्य थे। वह 1954 में शंकराचार्य बने थे। कांची मठ के द्वारा कई सारे स्कूल, आंखों के अस्पताल चलाए जाते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्विटर पर लिखा कि कांची कामकोटि पीठ के 69वें शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने अध्यात्म और समाज कल्याण के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। उनके अनगिनत श्रद्धालुओं के प्रति मैं शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयेंद्र सरस्वती के निधन पर दुख जताते हुए ट्विटर पर लिखा कि श्री कांची कामकोट पीठ के जगदगुरु जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य के के निधन से गहरा दुख हुआ है। वे अपनी अनुष्ठान सेवा और उत्कृष्ट विचारों के कारण लाखों भक्तों के दिल और दिमाग में जीवित रहेगे। मृत आत्मा को ओम शांति। भाजपा नेता राम माधव ने ट्विटर पर लिखा कि वह सुधारवादी संत थे, उन्होंने समाज के लिए काफी काम किए।

हत्या के मामले में जेल भी गए थे

गौरतलब है कि 2014 में हुई कांचीपुरम मंदिर के मैनेजर की हत्या के मामले में जयेन्द्र सरस्वती का नाम आया था। लेकिन 2013 में उन्हें बरी कर दिया गया था। इस मामले में 2004 में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, उन्हें करीब 2 महीने न्यायिक हिरासत में रखा गया था।

यहां स्थित है कांची मठ

कांची मठ कांचीपुरम में स्थापित एक हिन्दू मठ है। यह पांच पंचभूतस्थलों में से एक है। यहां के मठाधीश्वर को शंकराचार्य कहते हैं। आज यह दक्षिण भारत के महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।


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