सुप्रीम कोर्ट में सामान्य सुनवाई दोबारा शुरू होने की जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जताई उम्मीद, कहा- फिर पहले की तरह चलेगी कोर्ट
शीर्ष अदालत के जज डीवाई चंद्रचूड़ ने आशा व्यक्त की कि सभी के लिए टीकारण शुरू होने के बाद अदालत पहले की तरह सुनवाई (फिजिकल) शुरू कर सकेगी। जस्टिस चंद्रचूड़ ने जमानत के एक मामले की सुनवाई के दौरान ये टिप्पणी की। सामान्य सुनवाई शुरू होने की उम्मीद।
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्र द्वारा सुप्रीम कोर्ट को सूचित किए जाने के एक दिन बाद कि वह वर्ष के अंत तक पूरे देश की 18 वर्ष से अधिक की आबादी को कोरोना के खिलाफ टीका लगाने की उम्मीद करता है, शीर्ष अदालत के जज डीवाई चंद्रचूड़ ने आशा व्यक्त की कि सभी के लिए टीकारण शुरू होने के बाद अदालत पहले की तरह सुनवाई (फिजिकल) शुरू कर सकेगी। जस्टिस चंद्रचूड़ ने जमानत के एक मामले की सुनवाई के दौरान ये टिप्पणी की। सुनवाई के दौरान वकील ने उम्मीद जताई कि अगस्त तक शीर्ष अदालत में सामान्य तरीके से सुनवाई फिर से शुरू हो जाएगी। मामले में एक याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने कहा आइए हम भगवान से प्रार्थना करें कि अगली बार यह मामला जब शीर्ष अदालत में सुनवाई के लिए तब तक सामान्य सुनवाई शुरू हो चुकी हो।
पीठ पर जस्टिस एमआर शाह के साथ आसीन जस्टिस चंद्रचूड़ ने जवाब दिया आइए ईश्वर से प्रार्थना करें कि सभी के लिए टीकाकरण हो। इसेक बाद ही हम सामान्य तरीके से सुनवाई शुरू कर सकते हैं। एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस चंद्रचूड़ ने खुद के संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन में बिताए गए अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह अच्छी बात रही कि तब उनके आसपास किताबें थीं। उन्होंने कहा कि वे 18 दिन तक आइसोलेशन में रहे। इस दौरान मैंने किताबें पढ़कर समय बिताया।
इस मौके पर मौजूद वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी, सिद्धार्थ दवे, सिद्धार्थ लूथरा, और सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी अपने विचार साझा किए। इन लोगों ने एन 95 मास्क की उपयोगिता पर भी चर्चा की। उल्लेखनीय है सुप्रीम कोर्ट पिछले साल मार्च में लाकडाउन की शुरुआत के बाद से मामलों की वर्चुअल सुनवाई कर रहा है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने सोमवार को केंद्र सरकार से वैक्सीन नीति को लेकर जवाब मांगे हैं। कोर्ट ने सरकार से टीकाकरण संबंधी नीति के रिकार्ड पेश करने को भी कहा है। सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए दो सप्ताह का समय मिला है।