लद्दाख सीमा पर गतिरोध के बीच चीन और पाकिस्तान की वायुसेनाओं ने किया संयुक्त अभ्यास
लद्दाख सीमा पर जारी गतिरोध के बीच चीन और पाकिस्तान की वायुसेनाएं भारतीय सीमा से महज 200 किलोमीटर की दूरी पर सिंध में संयुक्त अभ्यास कर रही हैं। नौ दिसंबर से शुरू हुआ यह अभ्यास इस महीने के अंत तक चलेगा।
नई दिल्ली, आइएएनएस। लद्दाख सीमा पर जारी गतिरोध के बीच चीन और पाकिस्तान की वायुसेनाएं भारतीय सीमा से महज 200 किलोमीटर की दूरी पर सिंध में संयुक्त अभ्यास कर रही हैं। इसे भारतीय नौसेना की सहभागिता वाले भारत-प्रशांत क्वाड अभ्यास का जवाब माना जा रहा है। एक सप्ताह पहले ही चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही ने पाकिस्तान के दौरे में सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता किया था।
कराची के निकट भोलारी एयरबेस पर दिसंबर अंत तक चलेगा संयुक्त अभ्यास
शाहीन या फॉल्कन- आइएक्स नामक यह संयुक्त अभ्यास कराची के निकट हाल ही में ऑपरेशनल हुए भोलारी एयरबेस पर चल रहा है। नौ दिसंबर से शुरू हुआ यह अभ्यास इस महीने के अंत तक चलेगा।
चीन ने चौथी पीढ़ी के विमान शेनयांग जे-11, पाक ने तीसरी पीढ़ी के मिश्रित विमानों को उतारा
इस अभ्यास के लिए चीन ने चौथी पीढ़ी के विमान शेनयांग जे-11 तथा चेंगदू जे-10 मल्टीरोल जेट भेजे हैं जबकि पाकिस्तान ने तीसरी पीढ़ी के मिश्रित विमानों- चीन निर्मित चेंगदू एफ-7 इंटरसेप्टर, फ्रांसीसी दासौ मिराज 5 तथा चीन और पाकिस्तान द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित नए मल्टीरोल जेएफ-17 थंडर - को उतारा है। एफ-16 जैसा कोई भी अमेरिकी विमान इसके लिए तैनात नहीं किया गया है।
पाक के एयर वाइस मार्शल सुलेरी ने कहा- अभ्यास से वायुसेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता बढ़ेगी
पाकिस्तान के एयर वाइस मार्शल अहमद सुलेरी ने कहा कि इस अभ्यास से दोनों वायुसेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता बढ़ेगी जबकि चीनी वायुसेना के असिस्टेंट चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल सुन हांग ने कहा है कि इससे परस्पर सहयोग बढ़ेगा।