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सीईओ विनय दुबे को अब भी Jet Airways के बचने की उम्मीद, इस आधार पर जताया भरोसा

जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे कर्मचारियों वेंडरों और विमानों के साथ होने के आधार पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि जेट के स्लॉट अस्थायी तौर पर ही दूसरी एयरलाइनों को दिए जा रहे है।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 10:22 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 10:22 PM (IST)
सीईओ विनय दुबे को अब भी Jet Airways के बचने की उम्मीद, इस आधार पर जताया भरोसा
सीईओ विनय दुबे को अब भी Jet Airways के बचने की उम्मीद, इस आधार पर जताया भरोसा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे को अब भी उम्मीद है कि एयरलाइन एक बार फिर उड़ान भरने में कामयाब होगी। उनका कहना है कि हजारों कर्मचारी और वेंडर अब भी जेट एयरवेज के साथ खड़े हैं। साथ ही सरकार ने भी जेट के स्लॉट स्थायी रूप से दूसरी एयरलाइनों को नहीं देने का भरोसा दिया है। ऐसे में नए निवेशक की तलाश में ज्यादा मुश्किल नहीं आनी चाहिए।

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दुबे की उम्मीदों को ब्रिटेन के एक स्टार्टअप निवेशक के जेट को खरीदने के प्रस्ताव से बल मिला है। जैसन अन्सवर्थ नामक ये निवेशक एटमास्फियर इंटरनेशनल एयरलाइंस का मालिक है। इस एयरलाइन का योजना वर्ष के अंत तक लंदन के स्टेन्स्टेड एयरपोर्ट से अपनी उड़ानें शुरू करने की है। अन्सवर्थ ने दुबे को पत्र लिखकर जेट एयरवेज में मालिकाना हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताई है। अन्सवर्थ का कहना है कि दुबे ने उससे जेट एयरवेज के एक वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क में रहने को कहा है।

एसबीआइ की अगुवाई वाले बैंकों के समूह के आपात मदद से इनकार के बाद जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल से अपनी उड़ाने पूरी तरह से बंद कर दी थीं। जिसके बाद सड़क पर आ गए इसके हजारों कर्मचारियों ने सरकार से दखल की गुहार लगाई थी। इस सिलसिले में कर्मचारी प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मुलाकात की थी, जिन्होंने उनसे निवेशक तलाशने के लिए चल रही निविदा प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करने को कहा था। जेट के कर्मचारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी गुहार लगा चुके हैं। कभी 23 हजार कर्मचारियों वाली जेट एयरवेज के पास अब केवल 1527 पायलटों समेत करीब 17 हजार कर्मचारी बचे हैं। पिछले सात महीनों में इसके लगभग पांच हजार कर्मचारी दूसरी एयरलाइनों में जा चुके हैं। इनमें 410 पायलट शामिल हैं।

अधिकांश कर्मचारी हालांकि अब भी बेहतरी की उम्मीद में जेट के साथ बने हुए हैं। दुबे को इन्हीं कर्मचारियों के भरोसे जेट के दुबारा खड़े होने का भरोसा है। यही नहीं, दूसरी एयरलाइनों द्वारा जेट के विमान उड़ाने को लेकर उन्होंने ये भी कहा है कि भले ही वे विमान अब दूसरी एयरलाइनों के हाथ में हैं, लेकिन इनका स्वामित्व अब भी जेट के ही पास है और जब स्थितियां अनुकूल होंगी तब जेट उन्हें पुन: हासिल कर लेगी।

स्पाइसजेट का नई उड़ानों का ऐलान
इस बीच जेट के कई बोइंग-737 श्रेणी के विमान वेट लीज पर लेने वाली स्पाइसजेट ने 26 अप्रैल से दिल्ली और मुंबई से 28 नई दैनिक उड़ानें प्रारंभ करने का एलान किया है। इन उड़ानों के लिए सरकार की ओर से उसे जेट के कई स्लॉट भी अस्थायी तौर पर मिल गए हैं। मंगलवार को स्पाइसजेट ने कहा कि ये उड़ाने मुंबई जयपुर, अमृतसर, मंगलुरु, कोयंबटूर के लिए होंगी।

यही नहीं, स्पाइसजेट मुंबई-पटना, मुंबई-हैदराबाद तथा मुंबई-कोलकाता तथा दिल्ली-पटना और दिल्ली-बंगलुरु मार्गो पर अपनी उड़ानों के फेरे भी बढ़ाने जा रही है।

घरेलू उड़ानों के अलावा स्पाइसजेट ने मई के अंत तक मुंबई से काठमांडू, ढाका, कोलंबो, हांगकांग, बैंकाक, जेद्दा, दुबई और रियाद के बीच नॉन-स्टॉप उड़ानें शुरू करने का फैसला भी किया है। इन सभी रूटों पर वो बोइंग-737-800 एनजी विमानों का इस्तेमाल करेगी।


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