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JEE और NEET परीक्षाओं में कोताही राज्यों को पड़ेगी भारी, केंद्र ने व्यवस्थाओं को लेकर फिर किया आगाह

जेईई और नीट परीक्षाओं पर सुप्रीम कोर्ट के साफ रूख के बाद भी इसका विरोध और परीक्षा में असहयोग राज्यों को भारी पड़ सकता है। केंद्र ने भी इसे लेकर सख्त रूख दिखाया है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 12:59 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 12:59 PM (IST)
JEE और NEET परीक्षाओं में कोताही राज्यों को पड़ेगी भारी, केंद्र ने व्यवस्थाओं को लेकर फिर किया आगाह
JEE और NEET परीक्षाओं में कोताही राज्यों को पड़ेगी भारी, केंद्र ने व्यवस्थाओं को लेकर फिर किया आगाह

नई दिल्ली, जेएनएन। जेईई और नीट परीक्षाओं पर सुप्रीम कोर्ट के साफ रूख के बाद भी इसका विरोध और परीक्षा में असहयोग राज्यों को भारी पड़ सकता है। केंद्र ने भी इसे लेकर सख्त रूख दिखाया है। साथ ही सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और दूसरे आला अधिकारियों को परीक्षाओं से जुड़ी तैयारियों में किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश भी दिए हैं। इस बीच केंद्र के रूख को देखते हुए परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग पर अड़े राज्यों के रूख में बदलाव भी दिखने लगा है। ओडिशा सारे विरोधों को दरकिनार कर परीक्षा की तैयारियों में पूरी तरह से जुट गया है। वहीं दूसरे राज्यों से भी परीक्षा तैयारियों को लेकर सकारात्मक रूख दिखाना शुरू कर दिया है।

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हालांकि; इन सबके बीच शिक्षा मंत्रालय और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पूरी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। साथ ही राज्यों के साथ संपर्क में भी है। मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों की मानें तो यह केंद्रीय स्तर की परीक्षा है। इसकी तैयारी जनवरी से शुरु हो जाती है। वैसे भी यदि कोरोना संक्रमण की स्थिति नहीं होती, तो यह परीक्षाएं अप्रैल और मई में हो चुकी होतीं। वहीं कानूनी पहलुओं को देखा जाए, तो कोई भी राज्य परीक्षाओं को कराने से मना नहीं कर सकते हैं। एनटीए से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक राज्यों के सहयोग और असहयोग का आंकलन परीक्षाओं के बाद किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय पहले भी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इसे लेकर चिट्टी लिख चुका है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को जेईई मेंस और नीट परीक्षाओं को लेकर दिए अपने फैसले में साफ कहा था कि परीक्षाएं तय समय पर ही होंगी। कोरोना से जीवन नहीं थमेगा।

छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड करने शुरू कर दिए हैं

इस बीच जेईई मेंस और नीट परीक्षाओं के लिए छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड करने शुरू कर दिए हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। जेईई मेंस के कुल साढे आठ लाख छात्रों में से करीब आठ लाख छात्रों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिए हैं। वहीं नीट में यह संख्या 12 लाख से ज्यादा हो गई है। नीट के लिए भी 15 लाख से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया है। जेईई मेंस की परीक्षाएं एक सितंबर से शुरू हो रही है, जो छह सितंबर तक चलेगी। वहीं नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है।

मामले को संसद में भी उठाने की रणनीति बना रहा विपक्ष

इन सभी पहलुओं के बाद भी परीक्षाओं को लेकर राजनीतिक जंग छिड़ी हुई है। कांग्रेस सहित दूसरे विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के साथ अब इस मामले को संसद में भी उठाने की रणनीति बनाने में भी जुटे हैं। फिलहाल जो संकेत मिल रहे हैं, उसमें संसद सत्र 10 सितंबर से शुरु हो सकता है। जबकि नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी। विपक्ष ने इसके संकेत भी दिए हैं। टीएमसी नेता डेरेक ओ-ब्रायन ने कहा कि निश्चित ही वह इसे संसद में उठाएंगे।


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