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विवादों के बीच जेईई मेंस की परीक्षाएं हुई शुरू, विरोध अभी नहीं हुआ खत्‍म

जेईई मेंस की परीक्षा मंगलवार को देश भर में सुचारू रूप से संपन्न हुई है। यह परीक्षा देश भर में छह सितंबर तक चलेगी।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 10:00 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 10:00 PM (IST)
विवादों के बीच जेईई मेंस की परीक्षाएं हुई शुरू, विरोध अभी नहीं हुआ खत्‍म
विवादों के बीच जेईई मेंस की परीक्षाएं हुई शुरू, विरोध अभी नहीं हुआ खत्‍म

नई दिल्ली, जागरण ब्‍यूरो। कोरोना संकट और राजनीतिक विरोध के बीच छह दिनों तक चलने वाली जेईई मेंस की परीक्षा मंगलवार से शुरू हो गई है। अब भी जारी राजनीतिक विरोधो के बीच शिक्षा मंत्रालय ने दावा किया है, कि जेईई मेंस की पहले दिन की परीक्षाएं देश भर में सुचारू ढंग से संपन्न हुई है। यह परीक्षा देश भर में छह सितंबर तक चलेगी। देश भर के करीब 660 केंद्रों पर आयोजित हुई जेईई मेंस की इस परीक्षा के लिए वैसे तो साढ़े आठ लाख से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किए है, लेकिन अब तक इनमें से करीब आठ लाख छात्रों ने ही अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड किए है। वैसे छात्रों को एनटीए ने अंतिम समय तक प्रवेश पत्र डाउनलोड करने का विकल्प दिया है।

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इस परीक्षाओं के शुरू होने के बाद ऐसा माना जा रहा था कि अब विरोध के सुर दब जाएंगे, लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर इस विरोध को फिर हवा दी। उन्होंने इसे लेकर सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि अहंकार में सरकार जेईई मेंस और नीट के छात्रों को वाजिब चिंताओं को नहीं समझ रही है। वहीं अब तो वह एसएससी और दूसरी परीक्षा देने वाले छात्रों की मांगों की भी अनदेखी कर रही है।

'इस बीच जेईई मेंस की पहले दिन की परीक्षाओं को लेकर अफवाहों का भी बाजार गर्म था। लेकिन सोशल मीडिया के जरिए फैलाई जा रही इन अफवाहों पर एनटीए ने पैनी नजर रखी। साथ ही ऐसी सभी अफवाहों को जोरदार तरीके से खंडन भी किया।

बाढ़ और कोरोना प्रभावित छात्रों को बाद में मिल सकता है परीक्षा का मौका

देश भर में कोरोना का संक्रमण जब अपने चरम पर है साथ ही महाराष्ट्र, बिहार सहित कई राज्य बाढ़ की भीषण चपेट में है। ऐसे में बाढ़ और कोरोना से पीडि़त छात्रों के लिए एनटीए ने राहत के संकेत दिए है। ऐसे छात्रों को जेईई मेंस की परीक्षा में शामिल होने के बाद बाद में एक मौका दिया जा सकता है। हालांकि, अभी यह अंतिम फैसला नहीं है, लेकिन एनटीए ने परिस्थितियों को देखते हुए इस पर उचित फैसला लेने को कहा है। इसके लिए पीडित छात्रों को एनटीए को एक आवेदन देना होगा। जिसके साथ दावे को प्रमाणित करने वाले जरूरी दस्तावेज भी लगाना होगा। गौरतलब है कि एनटीए ने यह संकेत तब दिया है, जब बडी संख्या में छात्र और उनके परिजनों की ओर से इस तरह की समस्याएं रखी जा रही थी। बांबे हाईकोर्ट के सामने भी मंगलवार को ऐसे ही तर्क दिए गए थे।

शिक्षा मंत्रालय के सचिव बोले- राज्‍य सरकारों को बधाई

उच्च शिक्षा, शिक्षा मंत्रालय सचिव, अमित खरे ने कहा कि जेईई मेंस की परीक्षा मंगलवार को देश भर में सुचारू रूप से संपन्न हुई है। सभी राज्य सरकारों और एनटीए से जुड़े अधिकारियों को इसके लिए बधाई देता हूं, जिन्होंने परीक्षाओं को बेहतर तरीके से संपन्न कराने में हर संभव मदद की। साथ ही आगे भी इस तरह के सहयोग की उम्मीद करता हूं।


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