Move to Jagran APP

भारत और ऑस्ट्रेलिया ने तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान संकट पर की चर्चा

द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों ने सेवाओं में सैन्य जुड़ाव का विस्तार करने अधिक से अधिक रक्षा सूचना साझा करने की सुविधा और आपसी रसद समर्थन के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 03:46 PM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 05:21 PM (IST)
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने तालिबान के  कब्जे के बाद अफगानिस्तान संकट पर की चर्चा
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ नई दिल्ली में पहली बार 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद की मेजबानी की

नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को नई दिल्ली में अफगानिस्तान में मौजूदा संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और बहुपक्षीय प्रारूपों में सहयोग पर चर्चा की। भारत ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के साथ नई दिल्ली में पहली बार 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद की मेजबानी की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों रक्षा मंत्री पीटर ड्यूटन (Peter Dutton) और विदेश मंत्री मारिस पायने (Marise Payne) से मुलाकात की और तालिबान के अधिग्रहण से उत्पन्न अफगानिस्तान में संकट पर चर्चा की।

loksabha election banner

द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 2+2 संवाद भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के महत्व को दर्शाता है। भारत और ऑस्ट्रेलिया एक महत्वपूर्ण साझेदारी साझा करते हैं जो स्वतंत्र, खुले, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि दो लोकतंत्रों के रूप में पूरे क्षेत्र की शांति और समृद्धि में हमारा समान हित है। सिंह ने आगे कहा कि हमने रक्षा सहयोग और वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई सहित व्यापक सहयोग के लिए विभिन्न संस्थागत ढांचे पर चर्चा की है। हमने अफगानिस्तान पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इंडो-पैसिफिक में समुद्री सुरक्षा, बहुपक्षीय स्वरूपों और अन्य संबंधित विषयों में सहयोग आदि मुद्दे भी शामिल रहे।

चर्चा के दौरान दोनों पक्षों ने व्यापार के मुक्त प्रवाह, अंतर्राष्ट्रीय नियमों और मानदंडों का पालन और पूरे क्षेत्र में सतत आर्थिक विकास सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों ने सेवाओं में सैन्य जुड़ाव का विस्तार करने, अधिक से अधिक रक्षा सूचना साझा करने की सुविधा और आपसी रसद समर्थन के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया है। मालाबार अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया के हमने ऑस्ट्रेलिया को भारत के बढ़ते रक्षा उद्योग को शामिल करने और रक्षा उपकरणों के सह-उत्पादन और सह-विकास में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया है।

बता दें कि दोनों देशों के बीच  2 + 2 संवाद भारत-ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के आभासी शिखर सम्मेलन में किए गए निर्णय का परिणाम है। जून 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के बीच वर्चुअल लीडर की शिखर वार्ता के दौरान, भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत हुई थी। दोनों देशों के बीच यह साझेदारी एक मुक्त, खुले, समावेशी और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा दृष्टिकोण पर आधारित थी। इस क्षेत्र में शांति, विकास और व्यापार के मुक्त प्रवाह, नियम-आधारित व्यवस्था और आर्थिक विकास में ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों का अहम योगदान है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.