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अफगान के हालात पर जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से की बात, काबुल में हवाई अड्डों के संचालन पर दिया जोर

जयशंकर ने मंगलवार को ट्विटर कर कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा हालातों को लेकर अपने अमेरिकी समकक्ष एस ब्लिंकन के साथ ताजा घटनाओं पर चर्चा हुई। काबुल में हवाई अड्डे के संचालन को तत्काल बहाल करने की ओर रेखांकित किया।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Tue, 17 Aug 2021 06:14 AM (IST)Updated: Tue, 17 Aug 2021 06:35 AM (IST)
अफगान के हालात पर जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से की बात, काबुल में हवाई अड्डों के संचालन पर दिया जोर
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की फाइल फोटो

नई दिल्ली, एएनआइ। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के साथ ही वहां के हालात बहुत खराब हैं। इसी के चलते भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानिस्तान की नवीनतम घटनाओं पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बात की। इस दौरान जयशंकर ने काबुल में हवाई अड्डों को सुचारू रूप से शुरू किए जाने पर खासा जोर दिया।

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जयशंकर ने मंगलवार को ट्विटर कर कहा कि अफगानिस्तान की मौजूदा हालातों को लेकर अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ ताजा घटनाओं पर चर्चा हुई। काबुल में हवाई अड्डे के संचालन को तत्काल बहाल करने की ओर रेखांकित किया।

अफगान मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में चर्चा करेंगे एस जयशंकर

अफगानिस्तान की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक पर एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को लेकर आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की महत्वपूर्ण चर्चा हुई। यूएनएससी के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं को व्यक्त किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अफगान के हालातों पर संयुक्त राष्ट्र में मेरी ओर से इन विषयों पर चर्चा करने की उम्मीद है।

इससे पहले सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर चीनी विदेश मंत्री वांग यी और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बात की थी।

यूएनएससी ने सुरक्षा, नागरिक और संवैधानिक व्यवस्था की बहाली का किया आह्वान

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा संघ (UNSC के अध्यक्ष टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने अफगानिस्तान में हिंसा को तत्काल समाप्त करने, सुरक्षा, नागरिक और संवैधानिक व्यवस्था की बहाली का आह्वान किया है।

गौरतलब है कि तालिबान ने रविवार को काबुल में प्रवेश करने के साथ ही राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। आतंकवादी समूह द्वारा अफगान राजधानी पर नियंत्रण का दावा करने के तुरंत बाद, कई देशों ने अपने राजनयिक कर्मियों को देश से निकालना शुरू कर दिया है। सैकड़ों लोग अफगानिस्तान छोड़ने के प्रयास में काबुल हवाई अड्डे पर जमा हो गए हैं।


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