जैश आतंकी अफगानिस्तान में भी सक्रिय, दो दिनों में कम से कम 13 पाकिस्तानी आतंकी मारे गए
पाकिस्तान के इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन का सरगना मसूद अजहर है। यह आतंकी संगठन कश्मीर में अक्सर भारतीय नागरिकों और सैनिकों पर हमले करता है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। कश्मीर में बेहिसाब आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाला पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद अब अफगानिस्तान में सक्रिय हो गया है। पिछले दो दिनों में अफगान सैनिकों की कार्रवाई में अफगानिस्तान के खोगयानी जिले में कम से कम 13 पाकिस्तानी जैश आतंकी मारे गए हैं।
पाकिस्तान के इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन का सरगना मसूद अजहर है। यह आतंकी संगठन कश्मीर में अक्सर भारतीय नागरिकों और सैनिकों पर हमले करता है। पिछले साल फरवरी में जैश के एक आत्मघाती आतंकी ने दक्षिण कश्मीर स्थित पुलवामा में अर्धसैनिक बलों की एक बस विस्फोट करके उड़ा दी थी। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हुए थे। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर एयरस्ट्राइक कर बालाकोट स्थित जैश के ठिकानों पर बम वर्षा की थी। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ अब भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ इस्लामिक आतंकी संगठनों का पुनर्गठन कर रही है। लिहाजा, अफगानिस्तान के खोगयानी जिले के मिर्जा खेल में एक संयुक्त अभियान में नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी (एनडीएस) और अफगान नेशनल सिक्योरिटी (एएनसीएफ) ने जैश के 13 आतंकियों को मार गिराया है। जबकि एक जैश आतंकी को बंदी बनाया लिया है। इसके अलावा, 18 अफगान तालिबान आतंकी भी मारे गए हैं। यह अभियान अभी भी जारी है।
मारे गए दो आतंकियों में एक लश्कर कमांड अबू बकर भी है
सूत्रों का कहना है कि 29 जून को अफगान सिक्योरिटी फोर्स (एएसएफ) ने कश्मीर में सक्रिय एक और पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक कैंप को तबाह कर दिया। इसमें मारे गए दो आतंकियों में एक लश्कर कमांडर अबू बकर है। काबुल के सूत्रों का कहना है कि आतंकी शिविर में तालिबानी आतंकी भी मौजूद थे। अफगानी खुफिया सूत्रों से खबर मिली है कि सीमा पर वारगाह और तोरदारा में लश्कर और तालिबान आतंकी मिलकर आतंकी शिविर लगा रहे हैं।