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सुंजवां ही नहीं, आतंकियों के खिलाफ 26/11 मुंबई हमले सहित कई अन्य ऑपरेशन चले लंबे...

जम्मू के सुंजवां स्थित ब्रिगेड पर आतंका हमले से निपटने के लिए सैन्य ऑपरेशन रविवार रात आठ बजे (करीब 39 घंटे) तक जारी रहा। ये हैं आतंकियों के खिलाफ चले अन्य लंबे ऑपरेशन...

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 12 Feb 2018 01:14 PM (IST)Updated: Mon, 12 Feb 2018 02:12 PM (IST)
सुंजवां ही नहीं, आतंकियों के खिलाफ 26/11 मुंबई हमले सहित कई अन्य ऑपरेशन चले लंबे...
सुंजवां ही नहीं, आतंकियों के खिलाफ 26/11 मुंबई हमले सहित कई अन्य ऑपरेशन चले लंबे...

नई दिल्ली (जेएनएन)। जम्मू के सुंजवां स्थित ब्रिगेड पर शनिवार तड़के पांच बजे आतंकियों द्वारा किए गए हमले से निपटने के लिए सैन्य ऑपरेशन रविवार रात आठ बजे (करीब 39 घंटे) तक जारी रहा। इससे पहले भी देश में ऐसे कुछ बड़े और लंबे सैन्य ऑपरेशन चलाए गए हैं। आइए जानें भारत में आतंकियों के खिलाफ चलाए गए लंबे सैन्य अभियानों के बारे में...

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संसद हमला : 45 मिनट

13 दिसंबर, 2001 को पांच आतंकियों ने संसद परिसर में सुबह 11:30 बजे के करीब कार से प्रवेश कर मंत्रियों को बंधक बनाने के मकसद से हमला किया। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करके पांचों आतंकियों को मार गिराया। हमले में आठ जवान शहीद हुए और एक नागरिक की मौत हुई थी। सैन्य कार्रवाई करीब 45 मिनट चली थी।

पठानकोट : 84 घंटे

आतंकियों ने दो जनवरी, 2016 को पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया। उनसे निपटने के लिए अलसुबह करीब 3:30 बजे से शुरू हुआ सैन्य अभियान, भारतीय सेना द्वारा सबसे लंबी अवधि तक चलाया जाने वाला अभियान बना। इस अभियान को पांच जनवरी की शाम करीब 04:15 बजे समाप्त किया गया। इसमें छह आतंकी मारे गए और सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे।

मुंबई आतंकी हमला: 60 घंटे

26 नवंबर, 2008 को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकी समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे। सभी समूह बनाकर अलगअलग स्थानों पर हमले करने के लिए भेजे गए। आतंकियों ने लियोपोल्ड कैफे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, होटल ताज पैलेस, होटल ओबेराय ट्राइडेंट, कामा हॉस्पिटल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया। उनसे निपटने के लिए पुलिस, सेना और एनएसजी ने बड़ा अभियान चलाया। 26 नवंबर रात 11 बजे से शुरू हुआ ऑपरेशन 29 नवंबर सुबह आठ बजे तक चला था। हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और नौ आतंकी मारे गए। आतंकी आमिर अजमल कसाब को पकड़ा गया था। उसे 21 नवंबर, 2012 को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई।

अक्षरधाम मंदिर हमला : 14 घंटे

24 सितंबर, 2002 को शाम 04:45 बजे गुजरात के गांधीनगर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए- मोहम्मद के दो आतंकियों ने अक्षरधाम मंदिर में हमला किया। अगले दिन 25 सितंबर को सुबह करीब 06:45 बजे तक (करीब 14 घंटे) चले सैन्य अभियान में एनएसजी के कमांडों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया था। करीब 33 लोगों की मौत हुई थी।

गुरदासपुर हमला : 12 घंटे

27 जुलाई, 2015 को तीन आतंकियों ने सेना की वर्दी में पंजाब के गुरदासपुर में हमला किया। सुबह करीब 5.30 बजे रोडवेज की एक बस पर गोलीबारी करने के बाद कार द्वारा दीनानगर पुलिस स्टेशन पहुंचे जहां पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। हमले में सात लोग मारे गए। सेना और पंजाब पुलिस के ऑपरेशन में तीनों आतंकी ढेर हो गए।

कश्मीर की प्रमुख मुठभेड़

24 अगस्त 2008, कुपवाड़ा

कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर के जंगलों में आतंकियों और सेना के बीच हुई मुठभेड़ में 14 आतंकी मारे गए थे। यह मुठभेड़ 72 घंटे चली थी। इस मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हुए थे।

सितंबर-अक्टूबर, 2008

कश्मीर के गांदरबल जिले के कंगन कस्बे में दस से अधिक आतंकियों और सेना के बीच 25 सितंबर को शुरू हुई मुठभेड़ एक अक्टूबर तक चली। 13 आतंकी मारे गए व एक जवान शहीद हुआ।

सीआरपीएफ कैंप हमला

13 मार्च, 2013 को श्रीनगर के बेमिना इलाके में सुबह करीब 10:30 बजे सीआरपीएफ कैंप में दो आतंकियों ने क्रिकेटरों की पोशाक पहनकर प्रवेश करने के बाद हमला बोला। दोनों ने ग्रेनेड फेंके और गोलीबारी की। हमले में पांच जवान मारे गए थे। दो घंटे के सैन्य अभियान के बाद दोनों आतंकियों को मार गिराया गया था। 


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