बड़ा ही रोचक है ये... आखिर क्यों साहब ने अपनी कार पर लगा लिया कचरे का डिब्बा
सफाई को लेकर अब भी देश के लोगों में वैसी जागरुकता नहीं आयी है, जैसी अपेक्षा की जाती है। शायद यही कारण है कि अब अधिकारी इसके लिए नायाब तरीके खोज रहे हैं।
रायपुर, [प्रशांत गुप्ता]। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सफाई के लिए जनता को जागरुक करने की खातिर अनूठी मुहिम चल रही है। नगर निगम रायपुर के अफसर हर वो तरीका अपना रहे हैं, जिससे लोग सड़क किनारे या नाली में कचरा फेंकने से बाज आएं। जनता को समझाने का तरीका ऐसा है कि हर किसी का ध्यान उस ओर बरबस ही चला जाता है।
इन्होंने अपनाया अनोखा तरीका
जोन 7 आयुक्त संतोष पांडेय ने एक अनोखा प्रयोग किया। उन्होंने 2 डस्टबिन को अपनी गाड़ी के सामने बांध लिए और निकल पड़े बाजार-बाजार में जनजागरुकता लाने के लिए। आगे-आगे जोन आयुक्त और उनका जोन स्टाफ और पीछे-पीछे कार व उसके पीछे कचरा गाड़ी। ये अनूठा प्रयोग था। भरे बाजार लोगों को जागरुक किया जा रहा था। जोन अफसरों को हाथों से कचरा बीनते देख दुकानदार भी आगे आए और इन्होंने कचरा सड़क पर न फेंकने, डस्टबिन रखने का संकल्प लिया। जोन आयुक्त पांडेय का कहना है कि हमें गीला-सूखा कचरा अलग-अलग रखना लोगों को सिखाना है, इसलिए तो नीली और हरी डस्टबिन दी गई हैं।
कुछ आपके लिए वापस आया है... 'गिफ्ट'
यही नहीं शहरवासियों को एक गिफ्ट के साथ एक पर्ची भी मिलेगी। इस पर लिखा होगा- 'मैं रायपुर... आपका अपना शहर, जिसने आपको रहने के लिए घर दिया, रोजगार दिया, हरे-भरे उद्यान, घूमने-फिरने के लिए अच्छे और खूबसूरत स्थल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर हर वह सुविधा मुहैया करवाई जिसकी आपको जरूरत है। तो क्या आपकी जिम्मेदारी नहीं है कि मुझे साफ-सुथरा रखें। मैं भी सर्वे में देश के 500 शहरों में शामिल हूं। मेरी भी इच्छा है कि नंबर वन बनूं... तो क्या आप मुझे साफ रखने में मदद करेंगे।'
जहां से आया कचरा, उसी घर में जाएगा
ये बातें नगर निगम द्वारा दिए जाने वाले नए साल के गिफ्ट बॉक्स के अंदर एक पत्र में लिखी होंगी। निगम के इस कॉन्सेप्ट में गिफ्ट बॉक्स के अंदर सरप्राइज गिफ्ट होगा। यह गिफ्ट हर उस व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा जो कहीं न कहीं अपनी जिम्मेदारी के प्रति लापरवाह है। निगम अफसरों ने यह चौंकाने वाला गिफ्ट कचरा फेंकने वालों के लिए तैयार किया है। जो कचरा फेंका जाएगा, वही गिफ्ट के रूप में वापस उसी घर में जाएगा।
बदल रही शहर की तस्वीर
स्वच्छता जागरुकता के बैनर-पोस्टर से हर मार्ग को पाटा जा रहा है। बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। डिवाइडर में रंग-रोगन किया जा रहा है, सरकारी भवनों की दीवारों में जागरुकता संदेश लिखे जा रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल तैयारियां तो हट के दिखाई दे रही हैं, क्योंकि पूरी कवायद सफाई में नंबर वन बनने की है। रायपुर से बिलासपुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर एवं जोन 8 ने जीई रोड टाटीबंध में भारत माता स्कूल के पास स्वच्छ भारत मिशन के तहत नागरिकों में सफाई के प्रति जन-जागृति लाने, सफाई संबंधी स्लोगन लगवाने का कार्य किया।
कबाड़ का ऐसा जुगाड़ न देखा होगा आपने
हम और आप अपने घर में टूटी-फूटी बाल्टियां, प्लास्टिक के मग, तेल की शीशी समेत हर वो आइटम जिसे कबाड़ समझकर फेंक देते हैं, दरअसल उन सबसे भी बेहद आकर्षक स्ट्रक्चर तैयार हो सकते हैं। इतने आकर्षक कि बाजार में पैसा देकर भी नहीं मिल पाएगा। बशर्ते इसे तराशने के लिए हुनरमंद हाथ होने चाहिए। ऐसे एक नहीं सैकड़ों कलाकार हैं जो 'कबाड़ से जुगाड़' कर संदेश देने वाले स्ट्रक्चर को आकार देते हैं। इन्हीं सबको नगर निगम रायपुर मंच दे रहा है। निगम मुख्यालय के बेसमेंट में कलाकार कबाड़ को आकार देने में जुटे हैं। दैनिक जागरण को जानकारी देते हुए एड-फैक्टर कंपनी की रिप्रजेंटेटिव देवजानी दास ने बताया कि अभी ये शुरुआत है, जिस दिन ये बनकर तैयार हो जाएंगे आप देखते रह जाएंगे। शहर के 50 से अधिक जगहों पर ये स्ट्रक्चर लगाए जाने हैं।
देखो... देखो... अपने शहर में मोर आया
अपने शहर में मोर आया...। इतना बड़ा मोर है, इतना खूबसूरत। जी हां, पचपेड़ी नाका स्थित ओवरब्रिज को इन दिनों स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पेंटर्स आकर्षक बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे पेंटिंग कर रहे हैं कि यहां से गुजरने वालों की आंखें बस ठहर ही जाती हैं। ब्रिज पर भव्य मोर बनाया गया है, बस इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही पूरे ब्रिज में अलग-अलग पेंटिंग की जा रही हैं, यह इसलिए ताकि हमारा शहर खूबसूरत दिखाई दे। 'स्वच्छ रायपुर, मोर रायपुर' का नारा साकार हो सके। सभी पेंटिंग पर यह भी लिखा जा रहा है कि आप कृपया इनमें पोस्टर चिपकाकर खराब न करें। सफाई की दिशा में यह भी एक कदम है।