वाट्सएप को तीसरा नोटिस भेजने की तैयारी, संदेशों का स्त्रोत पता लगाने पर जोर
लेकिन वाट्सएप का कहना है कि इससे उसके एंड टू एंड इनक्रिप्शन पर प्रभाव पड़ेगा और यूजर्स की निजता का हनन होगा।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय वाट्सएप को तीसरा नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है। सरकार चाहती है कि वह संदेशों के स्त्रोत का पता लगाने में मदद करे। लेकिन वाट्सएप का कहना है कि इससे उसके 'एंड टू एंड इनक्रिप्शन' पर प्रभाव पड़ेगा और यूजर्स की निजता का हनन होगा।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस मसले पर आंतरिक चर्चा हुई थी और अगले 7-10 दिनों में वाट्सएप को तीसरा नोटिस भेजा जा सकता है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का मानना है कि संदेश के मूल प्रेषक (Sender) का पता लगाने के लिए कोई तकनीकी हल खोजा जा सकता है। इससे 'एंड टू एंड इनक्रिप्शन' पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर ऐसे संदेश के मूल प्रेषक का पता लगाया जा सके जिसे बहुत कम समय में बहुत से यूजर्स को भेजा गया हो। इसे संदेश की सामग्री भी पढ़ना नहीं माना जाएगा।
मालूम हो कि वाट्सएप को पहले भी दो नोटिस भेजे जा चुके हैं। दूसरे नोटिस में सरकार ने फेसबुक के स्वामित्व वाली इस कंपनी को चेतावनी दी थी कि अगर वह इस मामले में मूकदर्शक बनी रही तो उसे सहअपराधी माना जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।