ISRO को मिलेगी एक और उपलब्धि, 5 मार्च को जियो इमेजिंग सेटेलाइट जीसेट-1 करेगा लांच
भारत अपना पहला अत्याधुनिक अर्थ आब्जर्वेशन सेटेलाइट जियो इमेजिंग सेटेलाइट (जीसैट-1) पांच मार्च को लांच करने जा रहा है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत अपना पहला अत्याधुनिक अर्थ आब्जर्वेशन सेटेलाइट जियो इमेजिंग सेटेलाइट (जीसैट-1) लांच करने जा रहा है। पांच मार्च को यह उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह उपग्रह बड़े क्षेत्र की वास्तविक छवि मुहैया कराएगा और इसके साथ ही प्राकृतिक आपदा समेत विभिन्न प्रकार की घटनाओं की त्वरित निगरानी उपलब्ध कराएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) पांच मार्च को जीएसएलवी-एफ 10 के जरिये जीसैट-1 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर लांच करेगा। प्रक्षेपण के 18 मिनट बाद जीएसएलवी-एफ10 उपग्रह को उसकी कक्षा में स्थापित कर देगा। यह जीएसएलवी की 14वीं उड़ान होगी। इस सैटेलाइट के जरिए देश के किसी भी हिस्से की रीयल टाइम तस्वीरें ली जा सकेंगी।
Did you know?
GSLV-F10 is as tall as a 16 storey building. And weighs a whopping 4,20,300 kilograms!!
It will launch GISAT-1 at 1743 hrs IST on March 05.#GSLV #GSLVF10 #GISAT1 pic.twitter.com/0F5ufnBvxQ
— ISRO (@isro) March 2, 2020
बता दें कि इस प्रक्षेपण का अंतरिम कार्यक्रम पांच मार्च को शाम पांच बजकर 43 मिनट तय किया गया है जो मौसम की दशा पर निर्भर करेगा। इसरो ने कहा कि 2275 किलोग्राम का जीसैट धरती का बहुत जल्दी तस्वीर लेने वाला पर्यवेक्षण उपग्रह है। उसे जीएसएलएवी एफ 10 उसकी कक्षा में स्थापित करेगा। इस सैटेलाइट को जीएसएलवी-एफ 10 की मदद से जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में रखा जाएगा। इसके बाद, ऑनबोर्ड प्रपलशन सिस्टम के जरिए यह सैटेलाइट 36 हजार किलोमीटर ऊंचाई वाली अपनी कक्षा में स्थापित हो जाएगा।