इसरो के PSLV-C 44 मिशन का काउंटडाउन शुरू, देर रात होगा प्रक्षेपण
PSLV-C 44 Mission, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से आज पीएसएलवी-सी44 के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। देर रात आज होगा प्रक्षेपण।
श्रीहरिकोटा, एएनआइ। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से आज पीएसएलवी-सी44 के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भारतीय ध्रुवीय रॉकेट पीएसएलवी-सी 44 छात्रों द्वारा विकसित कलामसैट (Kalamsat) और पृथ्वी की तस्वीरें लेने में सक्षम माइक्रासैट-आर (Microsat-R) को लेकर उड़ान भरेगा। यह इसरो के पीएसएलवी व्हीकल की 46वीं उड़ान होगी। प्रक्षेपण का समय गुरुवार की रात 11 बजकर 37 मिनट तय किया गया है।
कलाम के नाम पर बड़ा 'Kalamsat' का नाम
कलमासैट पेलोड और माइक्रोसेट-आर उपग्रह को पोलर सैटेलाइट लॉन्चिंग व्हीकल अंतरिक्ष में ले जाएगा। बता दें कि कलामसैट का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया है। यह एक फेमटो सैटेलाइट है। यह दावा किया गया है कि कलामसैट को देश के एक हाईस्कूल के छात्रों की टीम द्वारा निर्मित किया गया है और यह दुनिया का सबसे हल्का उपग्रह है।
क्या है Microsat R
Microsat R एक इमेजिंग उपग्रह है, जिसका उपयोग भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(DRDO) द्वारा अपने ऑपरेशन में किया जाएगा।
इस साल 32 लॉन्च का मिशन
गौरतलब है कि हाल ही में इसरो ने साल 2019 में 32 मिशन लॉन्च करने का ऐलान किया था, जिसमें जिसमें 14 रॉकेट, 17 सैटेलाइट और एक टेक डेमो मिशन शामिल हैं। साल 2018 में भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने 17 लॉन्च व्हीकल मिशन और 9 अंतरिक्ष यान मिशन लॉन्च किए थे।